मुंबई: भारत ने वाटरस्पोर्ट्स के क्षेत्र में एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है। देश को अपने पहले आधिकारिक AIDA फ्रीडाइविंग प्रतियोगिता जज मिल गए हैं — अक्षय तट्टे और अर्चना संकरणारायणन। इन दोनों की सर्टिफिकेशन भारतीय फ्रीडाइविंग समुदाय के लिए एक मील का पत्थर है, जिससे अब भारत में भी राष्ट्रीय स्तर पर अधिकृत प्रतियोगिताएं आयोजित की जा सकेंगी।
अक्षय तट्टे, भारतीय सेना के पूर्व मेजर और भारत के पहले PADI इंस्ट्रक्टर ट्रेनर हैं, साथ ही डायनामिक विद फिन्स (DYN) श्रेणी में राष्ट्रीय रिकॉर्ड होल्डर भी हैं। वहीं अर्चना संकरणारायणन, एक वकील से एथलीट बनीं, जिन्होंने एक ही वर्ष में नौ राष्ट्रीय रिकॉर्ड तोड़े और भारत की सभी गहराई आधारित रिकॉर्ड्स को अपने नाम किया।
दोनों को AIDA जज लेवल E – डेप्थ और पूल सर्टिफिकेशन मिली है, जो अंतरराष्ट्रीय संस्था AIDA (Association Internationale pour le Développement de l’Apnée) द्वारा प्रदान की जाती है। इनका प्रशिक्षण थाईलैंड के कोह टाओ स्थित काइज़न फ्रीडाइविंग में हुआ, जिसे प्रसिद्ध फ्रीडाइविंग पायनियर जीन पॉल फ्रांसुआ ने संचालित किया।
अब भारत में AIDA मान्यता प्राप्त प्रतियोगिताएं कराई जा सकती हैं, विशेष रूप से पूल श्रेणियों में। यह केवल एक व्यक्तिगत उपलब्धि नहीं बल्कि पूरे भारतीय वाटरस्पोर्ट्स जगत के लिए एक नई शुरुआत है। इससे देश के डाइवर्स को विदेश जाने की बाध्यता नहीं रहेगी, जिससे वीजा, ट्रैवल और लॉजिस्टिक्स की दिक्कतें कम होंगी।
अर्चना ने भावुक होकर कहा, “मेरे माता-पिता ने हमेशा मुझे कोर्टरूम में जज के रूप में देखने का सपना देखा था। आज जब मैं फ्रीडाइविंग प्रतियोगिता की जज बनी हूँ, तो उन्हें उतना ही गर्व होता है।”
अक्षय तट्टे, जिनके पिता कैप्टन संजय तट्टे (भारतीय नौसेना) अंतरराष्ट्रीय स्तर के शूटर और ISSF जज रह चुके हैं, इस खेल में पारिवारिक विरासत को आगे बढ़ा रहे हैं। एक प्रशिक्षक, प्रतियोगी और अब जज के रूप में उनका योगदान उल्लेखनीय है।
अब ये दोनों भारत का प्रतिनिधित्व न केवल अंतरराष्ट्रीय मंच पर करेंगे बल्कि देश में फ्रीडाइविंग खेल का एक नया युग भी शुरू करेंगे—जो अवसरों, नियमों और रोमांच की भावना से परिपूर्ण होगा।