दिल्ली में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए पांच नए अस्पताल ब्लॉक शुरू किए गए हैं। इसका मकसद मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य को मजबूर करना है। साथ ही दिव्यांग बच्चों के लिए नए संसाधन केंद्र, अतिरिक्त डायलिसिस यूनिट्स और त्वरित आपात सेवाएँ (Quick Response Vehicles) भी शामिल होंगे।
नई दिल्लीः राजधानी की स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर और आधुनिक बनाने के लिए 17 सितंबर को 5 नए अस्पताल परियोजनाओं का लोकार्पण किया गया। इन पर कुल 503.49 करोड़ रुपये खर्च किए गए है। इनका मकसद क्षमता बढ़ाना, आधुनिक चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराना और पिछड़े क्षेत्रों तक गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाना है। स्वास्थ्य इंफ्रास्ट्रक्चर में इस बदलाव से इमरजेंसी और गंभीर देखभाल की सुविधाएं बेहतर होंगी। मातृ और शिशु स्वास्थ्य सेवाओं को भी मजबूती मिलेगी।
मातृ-शिशु स्वास्थ्य सेवाओं को मिलेगी मजबूती
ये जो पांच नए हॉस्पिटल ब्लॉक बनाए गए हैं उनमें संजय गांधी मेमोरियल अस्पताल, मंगोलपुरी में संत श्री दुर्बल नाथ ट्रॉमा ब्लॉक की शुरुआत की गई। इसे 117.8 करोड़ की लागत से बनाया गया है। गुरु गोविंद सिंह अस्पताल, रघुबीर नगर में नए आईपीडी ब्लॉक की शुरुआत की गई। इस पर 172 करोड़ रुपये खर्च किए गए है। श्री दादा देव मातृ एवं शिशु चिकित्सालय, डाबरी मोड़ द्वारका में नया मदर एंड चाइल्ड ब्लॉक 53.44 करोड़ रुपये में तैयार किया गया। आचार्य श्री भिक्षु अस्पताल, मोती नगर में नया आईपीडी ब्लॉक की शुरुआत पर 94.38 करोड़ का खर्च आया और भगवान महावीर अस्पताल, पीतमपुरा में नया ओपीडी ब्लॉक 65.86 करोड़ में तैयार हुआ।
Corporate Post News