गिव अप अभियान को लेकर अधिकारियों को निर्देश, जरूरतमंद को जोड़े और सम्पन्न परिवारों के हटाए नाम
जयपुर। हनुमानगढ़ जिले में लगातार बढ़ रही घग्घर क्षेत्र में पानी की आवक और भारी वर्षा के कारण जलभराव की स्थिति को देखते हुए खाद्य मंत्री तथा जिला प्रभारी मंत्री सुमित गोदारा शनिवार को जिले के दौरे पर रहे। मंत्री ने हनुमानगढ़ कलेक्ट्रेट सभागार में अधिकारियों की बैठक लेकर आपदा प्रबंधन और राहत कार्यों की तैयारियों की समीक्षा की।
गोदारा ने स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों को निरंतर प्रशिक्षण देने के निर्देश दिए और कहा कि पशुओं की सुरक्षा को प्राथमिकता दी जाए। उन्होंने कहा कि उच्च स्थानों पर ही रिलीफ सेंटरों को चिह्नित किया जाए, इसकी फोटो सहित रिपोर्ट भेजने के आदेश भी दिए। मंत्री ने अतिवृष्टि से प्रभावित कृषि, उद्यानिकी और पंचायती राज विभागों के कार्यों की भी जानकारी ली।
मंत्री गोदारा ने कहा कि समय पर कार्रवाई ही आपदा से निपटने का सबसे बड़ा उपाय है। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि किसी भी सूचना पर तुरंत बचाव कार्य शुरू किया जाए, क्योंकि एक घंटे की देरी भी भारी पड़ सकती है। राज्य सरकार के लिए आमजन की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है। इस वर्ष पूरे प्रदेश में भारी वर्षा हुई है। उन्होंने अधिकारियों को व्यवस्थाओं और तैयारियों को चाक चौबंद रखने के निर्देश दिए।
बैठक में बताया कि जिले में राहत और बचाव के लिए समुचित प्रबंध किए गए हैं। पशुओं के लिए चारागाह एवं चारे की व्यवस्था, दवाइयों की उपलब्धता और एम्बुलेंस को कंट्रोल रूम पर स्टैंडबाय रखा गया है। आपदा की स्थिति में मोबाइल टावर के काम नहीं करने पर प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों के वाहनों पर पब्लिक एड्रेस सिस्टम लगाए गए हैं। जिले के 12 संवेदनशील गांवों का ड्रोन से सर्वे भी कराया जा रहा है। एनडीआरएफ के 50, एसडीआरएफ के 15 और सिविल डिफेंस के 30 जवान बचाव कार्यों के लिए तैनात हैं।
जलभराव की समस्या से प्रभावित लोगों को राहत शिविरों में शिफ्ट किया जा रहा है। पीलीबंगा में 64 और मक्कासर में 61 व्यक्तियों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया है, जहां भोजन, पानी, बिजली और स्वास्थ्य सुविधाओं की पर्याप्त व्यवस्था की गई है। एडीएम ने बताया कि हनुमानगढ़ शहर में जलभराव से बचाव के लिए 14 रिचार्जेबल कुएं बनाए जा रहे हैं।
खाद्य सुरक्षा पर चर्चा, अधिकारियों को गिव अप अभियान में प्रगति लाने के निर्देश
बैठक में खाद्य सुरक्षा योजनाओं की प्रगति पर भी चर्चा हुई। प्रभारी मंत्री ने निर्देश दिए कि वास्तविक जरूरतमंद परिवारों को ही खाद्य सुरक्षा का लाभ मिले और संपन्न परिवारों को बाहर किया जाए। इसी लिए गिव अप अभियान में अपेक्षित प्रगति लाए। उन्होंने अधिकारियों को इसके लिए लक्ष्य भी आवंटित किए। इस मौके पर उनके साथ खेल एवं युवा मामले शासन सचिव डॉ. नीरज के पवन, जिला कलेक्टर डॉ. खुशाल यादव मौजूद रहे।