मुंबई. भारतीय रियल एस्टेट इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट्स एसोसिएशन (IRA) और भारत इंफ्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट्स एसोसिएशन (BIA) ने आज अपने संयुक्त नए कार्यालय (न्यू कफ परेड में) के उद्घाटन की घोषणा की। इस नए कार्यालय का उद्घाटन भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) के कार्यकारी निदेशक प्रमोद राव द्वारा किया गया।
यह नया कार्यालय आरईआईटी्स (REITs) और इन्वआईटी्स (InvITs) के क्षेत्र में विकास, पारदर्शिता और परिचालन दक्षता को बढ़ावा देने के लिए एक सहयोगी केंद्र के रूप में कार्य करेगा। उद्घाटन समारोह में सेबी, आरईआईटी्स और इन्वआईटी्स क्षेत्रों के प्रमुख हितधारकों ने भाग लिया।
इस अवसर पर बोलते हुए प्रमोद राव ने कहा, “IRA और BIA के लिए समर्पित संयुक्त कार्यालय की स्थापना एक समयानुकूल और स्वागतयोग्य पहल है। जैसे-जैसे आरईआईटी्स और इन्वआईटी्स भारत में निवेश के प्रमुख साधन बनते जा रहे हैं, वैसे-वैसे IRA और BIA जैसे सशक्त उद्योग संघ निवेशकों में जागरूकता बढ़ाने, विश्वास कायम करने, उद्योग मानकों को अपनाने और हितधारकों व नियामकों के बीच संवाद को सुदृढ़ करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।”
भारतीय रियल एस्टेट इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष एवं ब्रुकफील्ड इंडिया रियल एस्टेट ट्रस्ट के एमडी एवं सीईओ आलोक अग्रवाल ने कहा, “हमारे नए कार्यालय का उद्घाटन भारत में आरईआईटी्स के लिए संस्थागत ढांचे को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह उद्योग संवाद को आगे बढ़ाने, पारदर्शिता बढ़ाने और एक प्रगतिशील नियामक माहौल तैयार करने के हमारे संकल्प को दर्शाता है। इन्वआईटी्स एसोसिएशन के साथ साझा यह स्थान सहयोग और रणनीतिक साझेदारी का केंद्र बनेगा — जिससे भारत के आरईआईटी बाजार की पूरी क्षमता को खोला जा सकेगा।”
भारत इंफ्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट्स एसोसिएशन के सीईओ एनएस वेंकटेश ने कहा, “हम अपने नए कार्यालय के दरवाजे खोलते हुए अपने दृष्टिकोण की फिर से पुष्टि करते हैं — एक ऐसे भविष्य का निर्माण करना जिसमें पारदर्शिता, निवेशक सशक्तिकरण और विश्वस्तरीय अवसंरचना एक साथ विकसित हों। इन्वआईटी्स इस परिवर्तन का आधार हैं, जो दीर्घकालिक पूंजी को आकर्षित करते हुए हितधारकों को स्थायी मूल्य प्रदान करते हैं। भारत इन्वआईटी्स एसोसिएशन एक मजबूत और दूरदर्शी अवसंरचना पारिस्थितिकी तंत्र के निर्माण के लिए प्रतिबद्ध है।”
यह नया कार्यालय IRA और BIA को नीतिगत संवाद, निवेशक सहभागिता, अनुसंधान और शिक्षा जैसे क्षेत्रों में अपने प्रयासों का और अधिक विस्तार करने में सक्षम बनाएगा।