वित्तिय वर्ष 26 के पहले क्वार्टर में कुल वार्षिक आय 7.39% बढ कर रू. 169.34 करोड हुई, एबिटा सालाना आधार पर 17.91% बढ़कर 39.08 करोड़ रुपये हुआ, FII ने कंपनी में अपनी हिस्सेदारी जून 2024 के 3.95% से बढ़ाकर जून 2025 तक 5.13% कर ली है, हृदय रोग, डायाबिटिस, डरमेटोलोजी और ENT क्षेत्रों में मजबूत प्रदर्शन के माध्यम से 15-18% एन्युअल ग्रोथ रेट हासिल करने का लक्ष्य रखा है, कंपनी अगले 3 वर्षों में 1,000 करोड़ रुपये के राजस्व का लक्ष्य रख रही है
Ahmedabad. भारत की अग्रणी स्वास्थ्य सेवा कंपनियों में से एक, लिंकन फार्मास्युटिकल्स लिमिटेड (BSE: 531633, NSE: LINCOLN) ने 30 जून 2025 को समाप्त वित्तीय वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही में 27.70 करोड़ रुपये का स्टैंडअलोन नेट प्रोफिट दर्ज किया है, जिसने वित्त वर्ष 2024-25 के दौरान पहली तिमाही में 23.69 करोड़ रुपये का नेट प्रोफिट दर्ज कीया था। यह साल-दर-साल 16.93% की वृद्धि दर्शाता है। जून 2025 को समाप्त तिमाही में, कंपनी ने कुल 169.34 करोड़ रुपये का राजस्व दर्ज किया था। जो वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही में दर्ज 157.69 करोड़ रुपये के कुल राजस्व की तुलना में 7.39% की Y-o-Y वृद्धि दर्शाता है। वित्त वर्ष 26 की पहली तिमाही में EBITDA 39.08 करोड़ रुपये था, जबकि वित्त वर्ष 25 की पहली तिमाही में EBITDA 33.14 करोड़ रुपये था। जो Y-o-Y आधार पर 17.92% की वृद्धि दर्शाता है। वित्त वर्ष 26 की पहली तिमाही में EPS 13.82 रुपये प्रति शेयर था।
कंपनी ने अगले तीन वर्षों में 1,000 करोड़ रुपये का रेवन्यु टार्गेट रखा है, जिसमें हाई-वेल्यू प्रोडक्ट्स लाईन में कारोबार विस्तार और नए बाजारों में प्रवेश की योजना है। यह लक्ष्य हृदय रोग, डायाबिटिस, डरमेटोलोजी और ENT क्षेत्रों में मजबूत प्रदर्शन के आधार पर 15-18% वार्षिक वृद्धि दर हासिल करने की व्यापक रणनीति का हिस्सा है। कंपनी विविध स्वास्थ्य सेवा आवश्यकताओं को पूरा करते हुए वैश्विक स्तर पर अपनी पहुँच बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है। फोरेन ईन्स्टीट्युशनल ईन्वेस्टर्स (FII) ने कंपनी में अपनी हिस्सेदारी लगातार बढ़ाई है, जो जून 2024 में 3.95% से बढ़कर जून 2025 तक 5.13% हो गई है।
कंपनी के वित्तीय प्रदर्शन और भविष्य की योजनाओं के बारे में लिंकन फार्मास्युटिकल्स लिमिटेड के मेनेजिंग डिरेक्टर महेंद्र पटेल ने बताया कि सेफलोस्पोरिन प्लान्ट प्रोडक्ट के लिए कई देशों को जोड़ा गया है और इन देशों मे प्रोडक्ट रजिस्ट्रेशन की पेशकश की जाएगी। वित्त वर्ष 2026 की पहली तिमाही में कंपनी ने एक बल्क ड्रग मेन्युफेक्चरिंग प्लान्ट शुरू किया है। इसके लिए 10 उत्पादों को मंज़ूरी मिल चुकी है और अन्य पर काम चल रहा है। फ़िलहाल, कंपनी की आंतरिक आय से इस संयंत्र के लिए 4 करोड़ रुपये निवेश किये हैं ।
कंपनी की ग्रोथ स्ट्रेटेजी निर्यात के लिए नए उत्पादों को पंजीकृत करने, घरेलू बाजार में अपनी उपस्थिति बढ़ाने और अंतरराष्ट्रीय मानकों को पूरा करने वाली अत्याधुनिक विनिर्माण सुविधाओं का उपयोग करके अपनी वैश्विक उपस्थिति का विस्तार करने पर केंद्रित है। तीव्र श्रेणी में एक मजबूत आधार के साथ, कंपनी अब जीवनशैली और दीर्घकालिक श्रेणी, विशेष रूप से महिला स्वास्थ्य सेवा और डरमेटोलोजी में एक मजबूत पोर्टफोलियो बना रही है। कंपनी की तरलता मजबूत बनी हुई है, जिसे अच्छे नकदी संचय, अल्पकालिक ऋण और मजबूत रिटर्न अनुपात का समर्थन प्राप्त है।
कंपनी रेग्युलेटेड और सेमी-रेग्युलेटेड मार्केट में अपनी उपस्थिति को मज़बूत करने पर ध्यान केंद्रित कर रही है। वर्तमान में यह पूर्वी और पश्चिमी अफ्रीका, मध्य और उत्तरी अमेरिका, लैटिन अमेरिका और दक्षिण पूर्व एशिया के 60 से ज़्यादा देशों को निर्यात करती है। कंपनी का लक्ष्य अगले 2-3 वर्षों में इसको 90 देशों तक पहुँचाना है। हाल ही में कनाडाई बाज़ार में प्रवेश और TGA – ऑस्ट्रेलिया और EU GMP से मिली मंज़ूरी के साथ, कंपनी आगे वैश्विक विस्तार के लिए तैयार है।
कंपनी का गुजरात के अहमदाबाद स्थित खटराज में एक अत्याधुनिक विनिर्माण संयंत्र है, जो कड़े अंतरराष्ट्रीय गुणवत्ता और अनुपालन मानदंडों का पालन करता है और EUGMP, TGA, WHO-GMP; ISO-9001:2015, ISO-14001:2015 और ISO-45001:2018 द्वारा प्रमाणित है। कंपनी ने 15 चिकित्सीय क्षेत्रों में 600 से अधिक फॉर्मूलेशन विकसित किए हैं और एन्टी बेक्टेरियल, रेस्पेरेटोरी सिस्टम, गायनेकोलोजी, कार्डियो और सीएनएस, एन्टी-बेक्टेरियल, एन्टी-डायाबिटिस, एन्टी- मलेरिया आदि क्षेत्रों में एक मजबूत उत्पाद/ब्रांड पोर्टफोलियो है। कंपनी ने 25 से अधिक पेटेंट आवेदन दायर किए हैं और उसे सात पेटेंट प्राप्त हुए हैं। कंपनी 1,700 से अधिक पंजीकृत उत्पादों के एक मजबूत पोर्टफोलियो के माध्यम से नवाचार और विकास के प्रति अपनी प्रतिबद्धता प्रदर्शित करती है, जिनमें से 700 अभी भी डेवलोपमेन्ट के अधीन हैं।