Delhi. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आगामी जापान यात्रा से पहले, टोक्यो भारत में 10 ट्रिलियन येन (लगभग 68 अरब डॉलर) के निवेश की ऐतिहासिक योजना की घोषणा करने वाला है। यह निवेश अगले 10 वर्षों में किया जाएगा और भारत–जापान आर्थिक सहयोग का नया मील का पत्थर साबित हो सकता है।
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निवेश लक्ष्य: बड़ी छलांग


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फोकस सेक्टर: टेक्नोलॉजी और रणनीतिक विकास
निवेश मुख्य रूप से भारत के भविष्य और सुरक्षा से जुड़े क्षेत्रों पर केंद्रित होगा:
• सेमीकंडक्टर्स 

• क्रिटिकल मिनरल्स 

• दूरसंचार ढांचा 

• स्वच्छ ऊर्जा
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• आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) 

• फार्मास्यूटिकल्स 

यह सहयोग आपूर्ति श्रृंखला को मजबूत करने और अस्थिर बाजारों पर निर्भरता घटाने की दिशा में है।
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रणनीतिक संदर्भ


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मोदी की जापान यात्रा



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संक्षेप में
• निवेश राशि: 10 ट्रिलियन येन (~68 अरब डॉलर), 10 वर्षों में
• लक्ष्य क्षेत्र: सेमीकंडक्टर्स, AI, स्वच्छ ऊर्जा, मिनरल्स, दूरसंचार, फार्मा
• रणनीतिक उद्देश्य: भारत–जापान सहयोग और आर्थिक सुरक्षा मज़बूत करना
• घोषणा का समय: पीएम मोदी की जापान यात्रा (29 अगस्त से)
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असर
यह निवेश भारत के लिए गेम-चेंजर साबित हो सकता है। जापानी पूंजी और तकनीकी क्षमता भारत की इन्फ्रास्ट्रक्चर, टेक्नोलॉजी और ग्रीन एनर्जी को नई गति दे सकती है।