सोमवार, जून 16 2025 | 10:50:16 PM
Breaking News
Home / बाजार / चीन के उत्पादों का हो बहिष्कार : व्यावसायिक संगठन
Boycott of China's products: commercial organizations

चीन के उत्पादों का हो बहिष्कार : व्यावसायिक संगठन

कोलकाता। कोरोना वायरस (Corona Virus) की महामारी के बीच चीन (China) ने लद्दाख (Laddhakh) की सीमा पर हिमाकत की है और एक बार फिर यह स्पष्ट किया है कि हमें चीन से आयात (Import from china) होने वाले सामानों के बहिष्कार (China Disfellowship) के संबंध में हमें गंभीरता से सोचना चाहिए। जहां हमारे सैनिक हमारी सीमाओं की रक्षा में जुटे हैं, वहीं सरकार यह प्रयास कर रही है कि आयात पर आर्थिक पाबंदियों को लगा कर स्वदेशी सामानों को बढ़ावा दिया जा सके।

चीनी उत्पादों पर निर्भर ना रह कर स्वदेशी अपनाएं

इस बीच, व्यावसायिक संगठनों ने भी चीन के उत्पादों पर निर्भर नहीं रहने की अपील की है और स्वदेशी को प्रमोट करने के लिए कहा है। क्रेडाई, मर्लिन ग्रुप और कनफेडरेशन ऑफ वेस्ट बंगाल ट्रेड एसोसिएशन (सीडब्ल्यूबीटीए) की ओर से अपील की गयी कि चीनी उत्पादों पर निर्भर ना रह कर स्वदेशी अपनाएं (Do not depend on Chinese products and adopt indigenous)।

क्रेडाई नेशनल ने कहा

क्रेडाई नेशनल के अध्यक्ष सतीश मागर ने कहा, ‘हम अपने मेम्बर डेवलपर्स से अपील करते हैं कि वे चीन के उत्पादों पर निर्भर ना रहें और स्वदेशी अथवा मेड इन इंडिया के प्रोडक्ट्स को जीवनशैली और व्यवसाय का हिस्सा बनाएं। क्रेडाई ने अपने 250 उद्योगों जो कि रियल इस्टेट सेक्टर से जुड़े हुए हैं, उनसे अपील की कि स्थानीय रूप से इन उत्पादों को बनाएं और विशेषकर ऐसे उत्पादों का विकल्प तलाशें जो चीन से आयात होती हैं।’ क्रेडाई स्थानीय उत्पादकों को पूरी तरह सहयोग करने के लिए तैयार है।

मर्लिन ग्रुप ने कहा

मर्लिन ग्रुप के चेयरमैन सुशील मोहता ने कहा कि मर्लिन ग्रुप में भी सभी क्षेत्रों में इस तरह के कदम उठाये जा रहे हैं।

सीडब्ल्यूबीटीए ने कहा

सीडब्ल्यूबीटीए के अध्यक्ष सुशील पोद्दार ने कहा कि हमें भी आगे आकर इस प्रयास में सरकार की मदद करते हुए चीनी सामानों की बिक्री और उसके प्रमोशन पर रोक लगानी चाहिए। संगठन की ओर से अपील की गयी कि यथासंभव चीनी उत्पादों की बिक्री और उसके प्रमोशन को रोकें तथा भारतीय उत्पादों को बढ़ावा दें। हम सदस्यों से अपील करते हैं कि आगे आकर वह उन चीनी उत्पादों का उत्पादन भारत में ही करने की पहल करें जिनका वह कारोबार करते हैं, क्योंकि उन उत्पादों के संबंध में उन्हें ही बेहतर जानकारी है।

नयी इंटरप्राइज बनायी जाए

वहीं संगठन के सचिव राजेश भाटिया व कोषाध्यक्ष प्रदीप लुहारी वाला ने बताया कि हम इस संबंध में एमसएमई अधिकारियों से भी संपर्क में हैं ताकि ऐसे उत्पादों को अपनी स्थिति के मुताबिक चिह्नित किया जा सके। यह अपेक्षा की जाती है कि सदस्य चीनी उत्पादों से परहेज करने की रणनीति बनाएं। इसके लिए एक नयी इंटरप्राइज बनायी जाए।

कैट ने फिल्मस्टार्स और क्रिकेटर्स से किया अपील, देशहित में बंद कर दें चीनी उत्पादों का विज्ञापन

Check Also

Action will be taken against banks and NBFCs which force insurance along with home loans

होम लोन के साथ जबरन बीमा चेपने वाली बैंकों और एनबीएफसी पर गिरेगी गाज

नई दिल्ली. नेशनल हाउसिंग बैंक (एनएचबी) ने होम लोन देने वाली हाउसिंग फाइनेंस कंपनियों को …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *