नई दिल्ली। आदित्य बिड़ला हेल्थ इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड (एबीएचआईसीएल) की ओर से किए गए एक ताजा सर्वेक्षण ने उजागर किया है कि माता-पिता और बच्चों के बीच बढ़ती भौगोलिक दूरियों ने किस तरह भारतीय परिवारों में स्वास्थ्य संबंधी विभिन्न चिंताओं को जन्म दिया है। एबीएचआईसीएल के सीईओ मयंक बथवाल ने कहा कि 10 शहरों (मेट्रो और टियर 2) में किए गए सर्वेक्षण में उजागर हुआ है कि अलग-अलग स्थानों में रह रहे पारिवारिक सदस्यों के बीच संबंधों, संचार और भावनाओं से जुड़ी चिंताएं गहरा रही हैं।
86 फीसदी भारतीय बच्चे माता-पिता की खुशहाली के लिए चिंतित
हालांकि, आधुनिक तकनीक की बदौलत हिस्सों में बंटे यह परिवार आपस में संपर्क कर पा रहे है, लेकिन फिर भी भारतीय बच्चे अपने माता-पिता से दूर रहने की स्थिति में उनके स्वास्थ्य को लेकर लगातार चिंतित महसूस करते हैं। 86 फीसदी भारतीय बच्चे अपने माता-पिता की खुशहाली के लिए चिंतित हैं और 60 फीसदी बच्चों ने यह भी कहा कि उनके माता-पिता खुद को फिट रखने के लिए अधिक प्रयास नहीं कर रहे हैं।
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