राजकुमार इन दिनों रहे थे टिचर
अपने अनुभव को साझा करते हुए राजकुमार राव (Rajkummar Rao) ने बताया कि उन्होंने ग्रेजुएशन के दौरान 3 महीने तक ड्रामेटिक्स पढ़ाया था। उन 3 महीनों में उन्होंने एक नाटक का निर्देशन भी किया था। साथ ही उन्होंने बताया कि शिक्षक से ज्यादा वह एक दोस्त की तरह थे, क्योंकि राजकुमार और उनके छात्रों के बीच उम्र का फासला ज्यादा नहीं था। उन्होंने बताया कि वह अक्सर अभिनय तकनीकों की खोज के बारे में बेहद उत्साहित हुआ करते थे। उन्होंने कहा कि उस समय हर दिन सीखने के लिए एक रोमांचक अनुभव हुआ करता था।
इस विषय में लगता था ज्यादा ध्यान
अपने स्कूल के दिनों से पीटी के शिक्षक से जुड़ी यादों को बताते करते हुए राजकुमार ने कहा, ‘मुझे याद है कि एक स्कूल का स्टूडेंट होने के नाते, मैं पीटी पीरियड को लेकर बहुत उत्साहित हुआ करता था। मेरे पास स्कूल में सबसे अच्छे पीटी शिक्षक थे जो मुझे प्यार करते थे क्योंकि मैं हमेशा खेल में अच्छा था। उन्होंने बताया कि एक शिक्षक ऐसे थे, जिन्हें मेरा नाचना और अभिनय करना पसंद नहीं था क्योंकि वह चाहते थे कि मैं सिर्फ खेल पर ध्यान दूं। खेल ने मुझे अपने वास्तविक जीवन में अनुशासन का पालन करने में मदद की है।
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