Jaipur. भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (SEBI) ने सेकंडरी मार्केट कारोबार के लिए नई भुगतान प्रणाली अपनाने की प्रस्तावित व्यवस्था ब्योरा आज जारी किया। इस कदम का मकसद ब्रोकरों को निवेशकों के पैसे के संभावित दुरुपयोग से रोकना है। उद्योग के भागीदारों ने कहा कि नई प्रणाली के साथ ही कम अवधि यानी टी+1 निपटान चक्र अपनाया गया तो भारतीय शेयर बाजार दुनिया का सबसे कुशल और उन्नत बाजार हो जाएगा। बाजार नियामक ने ‘सेकंडरी मार्केट में ट्रेडिंग के लिए धन को ब्लॉक करना’ शीर्षक से परिचर्चा पत्र जारी किया है। बाजार नियामक का मकसद इसके जरिये यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) के लिए भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा मंजूर नई डेबिट सुविधाओं का लाभ उठाना है।
आम लोगों से मांगी प्रतिक्रिया
सेबी ने इस पर आम लोगों से प्रतिक्रिया मांगी है। परिचर्चा पत्र में कहा गया है, ‘ऐसा महसूस किया गया है कि आरबीआई (reserve Bank of India) द्वारा यूपीआई के लिए अनुमोदित सिंगल ब्लॉक और मल्टिपल डेबिट को सेकंडरी मार्केट के साथ जोड़ा जा सकता है ताकि ग्राहकों को धनराशि ब्लॉक करने की सुविधा मिल सके और उन्हें सेकंडरी मार्केट में खरीद-बिक्री के लिए अपने बैंक खाते में धनराशि ब्लॉक करने का अधिकार मिले। साथ ही उन्हें ट्रेडिंग सदस्य को पहले ही यह रकम नहीं देनी पड़े। नई व्यवस्था लागू होने से ग्राहकों के पैसों की सुरक्षा भी बढ़ेगी।’
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