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48 yoga done for relief from cervical, back and knee pain

सर्वाइकल, कमर व घुटने दर्द से राहत के लिए किए 48 योग

जयपुर। अन्तर्राष्ट््रीय योग दिवस के अवसर पर योग शिविर का आयोजन योग निकेतन व रामगोपेश्वर महादेव मंदिर सैक्टर 73, परमहंस मार्ग, मानसरोवर के तत्वाधान में चल रहे तीन दिवसीय योग शिविर के दूसरे दिन दिनांक 20 जून को योग प्रशिक्षिका डाॅ. निकिता खण्डेलवाल द्वारा सुबह 5 से 8 बजे तक चले तीन धण्टे के शिविर में समस्त 48 सूक्ष्म व्यायाम, सर्वाइकल, कमर व घुटने दर्द के लिए विभिन्न आसन जैसे ब्रह्ममुद्रा, कटिचक्रासन, उत्थित त्रिकोणासन, उष्ट््रासन, दण्डासन आदि का अभ्यास कराया गया । प्राणायाम व मैडीटेशन भी करवाया गया ।

अन्र्ताष्ट््रीय योग दिवस 21 जून को भी प्रातः 5 से 8 बजे तक पार्क में आसन, प्राणायाम, मैडिटेशन करवाया जाएगा । इसमें रक्तचाप, मधुमेह, थायराइड व डिपश््रे ान से सम्बन्धित अलग-अलग रोगों के अनुसार भी योग किय्राओं की जानकार दी जाऐगी । विभिन्न रोगों में खान-पान सम्बन्धित जानकारी भी दी जाऐगी। आसनों को गलत तरीके से करने पर होने वाले नुकसानों और उन्हे सही तरीके से कैसे किया जाए उसकी विस्तार से जानकारी दी जाएगी। डाॅ. निकिता ने बताया कि न्यूरोथैरेपिस्ट विशेष़ज्ञ पी.एस. शेखावत की ओर से विभिन्न रोगों का उपचार भी किया जाएगा। विद्यार्थियों में एकाग्रता एवं शारीरिक व मानसिक क्षमताओं को बढाने के लिए भी एक घंटे का विशेष सैशन रखा जाएगा, तथा इस हेतु विभिन्न योग क्रियाऐं व ध्यान एवं प्राणायामों का अभ्यास कराया जाऐगा। आखिर में योग सम्बन्धित जिज्ञासाओं की जानकारी के लिए प्रश्नोत्तरी सैशन भी रखा जाएगा।

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देवनानी की डॉ व्यास के निधन पर संवेदना

जयपुर। राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने पूर्व मंत्री डॉ. गिरिजा व्यास के निधन पर दुःख व्यक्त किया है। देवनानी ने कहां है कि स्वर्गीय डॉक्टर व्यास ने अपने दीर्घ और प्रेरणादायी सार्वजनिक जीवन में राजस्थान और देश की राजनीति को एक नई शा दी।   वे राजस्थान विधानसभा की सदस्य, पर्यटन राज्य मंत्री, लोकसभा सांसद, सूचना एवं प्रसारण राज्य मंत्री और दो कार्यकाल तक राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रहीं। उनका योगदान न केवल राजनीति और प्रशासन, बल्कि समाज और साहित्य में भी गहराई से अनुभव किया गया। एक कवयित्री और लेखिका के रूप में उन्होंने संवेदना, चेतना और सामाजिक चेतना के स्वर में अपनी विशेष पहचान बनाई। उनकी स्वच्छ छवि, बौद्धिक गंभीरता और नारी सशक्तिकरण हेतु समर्पण ने उन्हें एक आदर्श रूप में स्थापित किया। श्री देवनानी ने दिवंगत की आत्मा की शांति और शोक संतृप्त परिजनों को इस  दुःख  को सहन करने की शक्ति प्रदान करने के लिए परमपिता परमेश्वर से प्रार्थना की है।

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