बेंगलुरु. भारत में क्रिप्टोकरेंसी निवेश को लेकर निवेशकों की राय सामने आई है। क्रिप्टो निवेश प्लेटफॉर्म मड्रेक्स (Mudrex) द्वारा किए गए ताज़ा सर्वे “व्हाट इंडिया थिंक्स: क्रिप्टो रेगुलेशन, टैक्सेशन एंड इन्वेस्टमेंट ट्रेंड्स” में 93% भारतीयों ने स्पष्ट नियमों की मांग की है।
सर्वे में 9,000 से अधिक प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया, जिसमें विभिन्न आयु वर्ग, आय स्तर, पेशों और क्षेत्रों के लोग शामिल थे।
मुख्य निष्कर्ष
- लगभग 9 में से 8 निवेशक मानते हैं कि स्पष्ट नीतियां होने पर क्रिप्टो निवेश और तेज़ी से बढ़ेगा।
- 67% निवेशकों ने कहा कि वे उस राजनीतिक पार्टी को वोट देंगे जो क्रिप्टो को समर्थन देती है।
- 64% निवेशक क्रिप्टो को लॉन्ग-टर्म वेल्थ क्रिएशन का साधन मानते हैं।
- 84% निवेशकों ने मौजूदा टैक्स व्यवस्था को अनुचित बताया।
टैक्स सबसे बड़ी चुनौती
सर्वे के मुताबिक, 30% टैक्स को दो-तिहाई निवेशकों ने सबसे बड़ी बाधा बताया। वहीं, नुकसान की भरपाई न कर पाने (12%), धोखाधड़ी (12%), 1% टीडीएस (7%) और एक्सचेंज फीस (3%) को अन्य प्रमुख समस्याएं माना गया।
निवेशकों की सोच
- 64%: लंबी अवधि का धन निर्माण
- 14%: जिज्ञासा
- 12%: अल्पकालिक लाभ
- 6%: महंगाई से बचाव
नॉलेज और शिक्षा
- 43% निवेशक YouTube से क्रिप्टो जानकारी लेते हैं।
- 19% न्यूज मीडिया, 15% दोस्त/परिवार और 14% सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर निर्भर हैं।
- 77% का मानना है कि भारतीय कॉलेज पाठ्यक्रमों में क्रिप्टो और ब्लॉकचेन शामिल किया जाना चाहिए।
राजनीतिक महत्व
सर्वे से यह भी सामने आया कि क्रिप्टो अब राजनीति में भी अहम मुद्दा बन रहा है।
- 67% निवेशक क्रिप्टो समर्थक पार्टी को वोट देंगे।
- 24% ने कहा कुछ हद तक वोट प्रभावित होगा।
- केवल 9% निवेशकों ने कहा कि क्रिप्टो पॉलिसी उनके वोट पर असर नहीं डालेगी।
मड्रेक्स के सीईओ और को-फाउंडर एडुल पटेल ने कहा, “भारत पहले ही क्रिप्टो अपनाने में दुनिया का नेतृत्व कर रहा है। निवेशक नियमों के खिलाफ नहीं, बल्कि अनिश्चितता के खिलाफ हैं। साफ़-सुथरे नियम भारत को डिजिटल एसेट्स का हब बना सकते हैं।”