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कंपनियां रुककर खोलेंगी दफ्तर

मुंबई. भारतीय कंपनियां विदेश यात्रा पर प्रतिबंध जारी रखकर कोविड-19 के ओमीक्रोन स्वरूप से निपटने की तैयारी कर रही हैं। वे भारत में केवल जरूरी यात्रा की ही मंजूरी दे रही हैं। भारतीय आईटी सेवा कंपनियां कर्मचारियों को दफ्तर लौटने के लिए कहने जा रही थीं मगर अब वे ज्यादा सतर्क हो रही हैं। ज्यादातर कर्मचारियों के लिए वर्क फ्रॉम होम का विकल्प अब भी खुला है, लेकिन कुछ कंपनियों ने नए स्वरूप में बारे में ज्यादा जानकारी उपलब्ध होने तक दफ्तर खोलने की योजना टाल दी है।

टाटा, बिड़ला, जेएसडब्ल्यू और रिलायंस जैसे बड़े समूह अपने कार्यालय परिसरों में सामाजिक दूरी और मास्क की नीतियों का पालन करा रहे हैं मगर यह भी सुनिश्चित कर रहे हैं कि परिचालन कर्मचारी उपलब्ध रहें। देश की सबसे बड़ी आईटी सेवा कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) ने अपने कर्मचारियों से कहा था कि वे जिन शहरों में नियुक्त हैं, वहां आना शुरू करें। लेकिन अब उसने कहा है कि वह कर्मचारियों को लौटने के लिए बाध्य नहीं कर रही है, उसने उन्हें अपनी नियुक्ति के शहर में जाना शुरू करने को कहा है। टीसीएस के एक प्रवक्ता ने कहा, ‘हमारी प्राथमिकता कर्मचारियों की सुरक्षा एवं सेहत है। हालांकि कंपनी ने अपने कर्मचारियों से अपने शहरों में 15 नवंबर से लौटने को कहा है, लेकिन कर्मचारियों के लिए दफ्तर लौटने की कोई निश्चित तारीख तय नहीं की गई है।’ टीसीएस के प्रबंधन ने पहले कहा था कि कर्मचारियों का एक हिस्सा कैलेंडर वर्ष 2021 के अंत तक दफ्तर आने लगेगा।

एचसीएल टेक्नोलॉजीज में मुख्य मानव संसाधन अधिकारी (सीएचआरओ) अप्पाराव वीवी ने कहा, ‘हम हालात पर नजर रख रहे हैं और सरकार के सभी दिशानिर्देशों का पालन कर रहे हैं। इस समय कर्मचारी जरूरत के मुताबिक बारी-बारी दफ्तर जा रहे हैं। कंपनी यह सुनिश्चित करने की हरसंभव कोशिश कर रही है कि सभी कर्मचारियों का पूर्ण टीकाकरण हो। नियमों के हिसाब से कार्यालयों में सैनिटाइजेशन के उच्च मानकों को अपनाया जा रहा है। सभी कर्मचारियों की समय समय पर जांच की जा रही है।’

टेक महिंद्रा के कर्मचारियों को सलाह दी गई है कि वे अपनी सहूलियत के हिसाब से काम करने की जगह चुन लें। इसके बाद कंपनी कोविड-19 के हालात के आधार पर देखेगी कि दफ्तर लौटना सही होगा या नहीं। टेक महिंद्रा के ग्लोबल चीफ पीपुल ऑफिसर एवं प्रमुख (विपणन) हर्षवेंद्र सोइन ने कहा, ‘हमें संबंधित राज्य सरकारों द्वारा जारी दिशानिर्देशों के हिसाब से कदम उठाने होंगे ताकि हमारे साथियों को काम करने का सुरक्षित माहौल मिल सके। हमारे साथियों को कहीं से भी काम करने की छूट है और हमारा अनुमान है कि काम का मिलाजुला का रुझान आगे भी जारी रहेगा। हमने जो कदम उठाए हैं, वे लोगों के लिए ज्यादातर स्वैच्छिक हैं। हम केवल पूर्ण टीकाकरण पर जोर दे रहे हैं।’

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