जयपुर। कोविड संक्रमण (Corona Infection) के मामलों में बढ़ोतरी के साथ ही कई शहरों में रात का कर्फ्यू लगाया गया है। ऐसे में फ्लिपकार्ट (Flipkart), एमेजॉन (Amazon) और स्नैपडील (Snapdeal) जैसी दिग्गज ई-कॉमर्स कंपनियों (E-commerce companies) को आवश्यक और किराने के सामान की मांग में दोगुनी बढ़ोतरी दिख रही है। महाराष्ट्र और दिल्ली जैसी जगहों पर संक्रमण के ज्यादा मामले दर्ज किए जा रहे हैं, ऐसे में इन्हीं जगहों से ग्राहकों की ओर से जरूरी और किराने के सामान की ऑनलाइन मांग में भी सबसे ज्यादा तेजी देखी जा रही है।
महाराष्ट्र में ई-कॉमर्स कंपनियों को सबसे ज्यादा ऑर्डर मिले
ई-कॉमर्स उद्योग (E-commerce companies) के एक अधिकारी ने नाम न बताने की शर्त पर कहा, ‘ई-कॉमर्स कंपनियों (E-commerce companies) के लिए ऑर्डर की तादाद में सामान्य कारोबार की तुलना में दोगुनी बढ़ोतरी हुई है।’ बिगबास्केट के राष्ट्रीय प्रमुख (अनिवार्य श्रेणी) सेषु कुमार तिरुमला के अनुसार, ‘कंपनी को खाद्यान्न, तेल, आटा, मसाला, फल और सब्जियां, मीट तथा डेरी उत्पादों जैसी आवश्यक श्रेणियों में बढ़ोतरी दिख रही है। महाराष्ट्र में ई-कॉमर्स कंपनियों को सबसे ज्यादा ऑर्डर मिले हैं| जहां हाल ही में संक्रमण के मामलों में तेज वृद्धि हुई है और आवश्यक सेवाओं को छोड़कर बुधवार से 15 दिन का कर्फ्यू लगाया गया है।’
बिगबास्केट में कुछ ही घंटों में डिलिवरी का स्लॉट
एमेजॉन (amazon) के वेब पोर्टल के मुख्य पन्ने पर ही एक बैनर था जिसमें यह सूचना थी कि फिलहाल केवल जरूरी सामानों के लिए ऑर्डर लिए जा रहे हैं और डिलिवरी में सामान्य से थोड़ा अधिक समय लग सकता है। इसी तरह बिगबास्केट (Bigbascat) में कुछ ही घंटों में डिलिवरी का स्लॉट दिखता है लेकिन इसकी अवधि बढ़कर दो दिन तक हो जा रही है।
आवश्यक वस्तुओं की मांग में भी तेजी
ई-कॉमर्स उद्योग (E-commerce companies) से जुड़े लोगों ने बताया कि चावल, गेहूं, दालें, बेबी फूड, दूध, डेरी उत्पादों और फलों तथा सब्जियों जैसी आवश्यक वस्तुओं की मांग में भी तेजी देखने को मिल रही थी। अन्य महत्त्वपूर्ण वस्तुओं में साबुन, सैनिटरी पैड, सैनिटाइजर और मास्क जैसे हाइजीन वाले सामान शामिल हैं। फ्लिपकार्ट, एमेजॉन जैसी ई-कॉमर्स कंपनियों ने मांग पूरी करने के लिए डिलिवरी साझेदारों की भर्ती का दायरा बढ़ा दिया है। इनमें से कई दूसरे राज्यों से भी आए हुए हैं जो स्थिति और गंभीर होने पर अपने गृहनगर भी वापस जा सकते हैं ऐसे में उन्हें वापस लाना भी एक चुनौती होगी। उनका कहना है, ‘मांग में वृद्धि के आधार पर हम और अधिक लोगों को काम पर रख रहे हैं क्योंकि बड़ी तादाद में लोग अपने गृहनगर वापस जा सकते हैं।’
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