शनिवार, अगस्त 02 2025 | 12:27:29 PM
Breaking News
Home / बाजार / सरकार का बड़ा ऐलान, कई बैंकों का आपस में होगा विलय, अब 27 की जगह सिर्फ 12 सरकारी बैंक

सरकार का बड़ा ऐलान, कई बैंकों का आपस में होगा विलय, अब 27 की जगह सिर्फ 12 सरकारी बैंक

नई दिल्ली| सुस्त होती अर्थव्यवस्था को रफ्तार देने के लिए 23 अगस्त को की घोषणाओं के बाद शुक्रवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सरकारी बैंकों के मेगा कंसॉलिडेशन प्लान की घोषणा की। उन्होंने हुए कहा कि आने वाले समय में सार्वजनिक क्षेत्र के 10 बैंकों को मर्ज करके चार बड़े बैंक बनाए जाएंगे।
पंजाब नैशनल बैंक, ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स तथा यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया का आपस में विलय किया जाएगा, जिससे देश का दूसरा सबसे बड़ा बैंक तैयार होगा और जिनका बिजनस 17.95 लाख करोड़ का होगा।

वित्त मंत्री की घोषणा

वित्त मंत्री ने कहा कि केनरा बैंक और सिंडिकेट बैंक का विलय किया जाएगा, जिससे चौथा सबसे बड़ा सरकारी बैंक बनेगा और इसका कारोबार 15.20 लाख करोड़ रुपये का होगा। इसके अलावा, यूनियन बैंक में आंध्रा बैंक तथा कॉरपोरेशन बैंक का विलय किया जाएगा, जिससे देश का पांचवां सबसे बड़ा सरकारी बैंक तैयार होगा। निर्मला सीतारमण ने कहा कि इंडियन बैंक, इलाहाबाद बैंक का विलय किया जाएगा, जिससे सातवां सबसे बड़ा सरकारी बैंक बनेगा, जिसका का बार 8.08 लाख करोड़ रुपये का होगा।

इन बैंकों का विलय

विलय-1

पंजाब नैशनल बैंक, ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स तथा यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया (दूसरा सबसे बड़ा बैंक, कारोबार-17.95 लाख करोड़ रुपये)

विलय-2

केनरा बैंक और सिंडिकेट बैंक (चौथा सबसे बड़ा बैंक, कारोबार-15.20 लाख करोड़ रुपये)

विलय-3

यूनियन बैंक, आंध्रा बैंक तथा कॉरपोरेशन बैंक (पांचवां सबसे बड़ा बैंक, कारोबार-14.6 लाख करोड़ रुपये)
विलय-4

इंडियन बैंक, इलाहाबाद बैंक (सातवां सबसे बड़ा बैंक, कारोबार-8.08 लाख करोड़ रुपये)

नहीं होगी छंटनी

संवाददाता सम्मेलन में मौजूद वित्तीय सेवा सचिव राजीव कुमार ने कहा कि पूर्व में एसबीआई समेत जो भी विलय हुए, उसके कारण कोई छंटनी नहीं हुई और सेवा स्थिति पहले से बेहतर हुई है। उन्होंने कहा, ‘इस विलय से कर्मचारियों को लाभ होगा।’

https://www.corporatepostnews.com/parle-can-lay-off-10-thousand-employees-falling-sales-deepens-crisis/ पारले कर सकता है 10 हजार कर्मचारियों की छंटनी, गिरती बिक्री ने गहराया संकट

मोदी सरकार ने पिछले कार्यकाल में भी किया था बैंकों का विलय

इससे पहले, नरेंद्र मोदी सरकार ने अपने पिछले कार्यकाल में भी बैंकों का विलय किया था। सबसे पहले स्टेट बैंक में उसके 5 सहयोगी बैंकों- स्टेट बैंक ऑफ बीकानेर एंड जयपुर, स्टेट बैंक ऑफ हैदराबाद, स्टेट बैंक ऑफ मैसूर, स्टेट बैंक ऑफ त्रावणकोर और स्टेट बैंक ऑफ पटियाला के अलावा महिला बैंक का विलय किया गया। 1 अप्रैल 2017 से स्टेट बैंक में सहयोगी बैंकों का विलय प्रभावी हो गया। इसके अलावा, इसी साल 1 अप्रैल को बैंक ऑफ बड़ौदा में विजया बैंक और देना बैंक का विलय हुआ था।

Check Also

Gold purchases in India affected by Corona, demand fell 30% in third quarter

Jaipur Gold Silver Price: लखपति हुआ सोना, चांदी भी पहुंचा करीब, 60 साल में इतने बढ़े भाव, जानें लेटेस्ट रेट

Jaipur: सोना लगातार इतिहास बनाते जा रहा है. सोने के भाव में रिकॉर्ड बढ़ोतरी का …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *