देश के 21 राज्यों और 3 केंद्रशासित प्रदेशों से विविध छात्रों का समूह, 14.5% छात्र आईआईटी, एनआईटी, आईआईएसईआर, ट्रिपल-आईटी और आईआईएम जैसे संस्थानों से, शैक्षणिक संतुलन – 55.5% इंजीनियर, 44.5% गैर-इंजीनियर, प्रमुख क्षेत्रों में औसतन 23 माह का कार्यानुभव, करियर, POSH और मानसिक स्वास्थ्य पर केंद्रित समग्र ओरिएंटेशन
रायपुर. भारतीय प्रबंध संस्थान (IIM) रायपुर—जो “बिजनेस ओनर्स तैयार करने” के लिए जाना जाता है—ने MBA बैच 2025–27 के लिए उद्घाटन एवं ओरिएंटेशन कार्यक्रम आयोजित किया। यह कार्यक्रम 353 विद्यार्थियों की एक परिवर्तनकारी शैक्षणिक यात्रा की शुरुआत है, जो विविधता, समावेशन और नेतृत्व विकास को केंद्र में रखता है।
इस वर्ष का MBA बैच संस्थान की राष्ट्रीय पहुँच और शैक्षणिक प्रतिष्ठा को दर्शाता है। छात्र 21 राज्यों और 3 केंद्रशासित प्रदेशों से आए हैं, जिससे एक विविध और समावेशी समूह निर्मित हुआ है। खास बात यह है कि 14.5% छात्र IITs, NITs, IISERs, IIITs और IIMs जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों से हैं। 2024–26 के बीच, 26 छात्र (7.57%) NIT तिरुचिरापल्ली, NIT राउरकेला, VNIT नागपुर और IIT गुवाहाटी जैसे शीर्ष संस्थानों से अध्ययन कर चुके हैं।
आईआईएम रायपुर इस बैच के माध्यम से विविधता और बहुआयामी शिक्षा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को और आगे बढ़ा रहा है। 55.5% छात्र इंजीनियरिंग पृष्ठभूमि से हैं, जबकि 44.5% वाणिज्य, विज्ञान, मानविकी, कानून, डेंटल, एमबीबीएस और प्रबंधन जैसे विभिन्न गैर-इंजीनियरिंग क्षेत्रों से हैं। यह संतुलित शैक्षणिक मिश्रण विश्लेषणात्मक क्षमता और संदर्भात्मक समझ को जोड़ता है, जिससे एक ऐसा शैक्षणिक माहौल बनता है जो बहुआयामी सोच और विवेकपूर्ण निर्णय को प्रोत्साहित करता है।
आईआईएम रायपुर के निदेशक प्रो. राम कुमार काकानी ने कहा, “कक्षा में विविधता निर्णय प्रक्रिया को गहराई देती है। आईआईएम रायपुर में हम केवल प्रबंधन की शिक्षा नहीं देते, बल्कि एक ऐसा वातावरण बनाते हैं जहाँ विश्लेषणात्मक सोच और मानवीय समझ साथ-साथ पनपती है। इस वर्ष का बैच एक सोच-समझकर अपनाई गई अंतर्विषयी शिक्षा की दिशा में कदम है। छात्रों की पृष्ठभूमि में इंजीनियरिंग, वाणिज्य, विज्ञान और लिबरल आर्ट्स शामिल हैं। यह विविधता आकस्मिक नहीं, बल्कि उद्देश्यपूर्ण है—यह कक्षा की सहभागिता बढ़ाती है, सामूहिक समस्या समाधान को प्रोत्साहित करती है और छात्रों को एक जटिल विश्व में नेतृत्व के लिए तैयार करती है। हम उन्हें तकनीकी दक्षता के साथ-साथ नैतिक स्पष्टता, रणनीतिक दृष्टिकोण और एक मजबूत उद्देश्य की भावना से लैस करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”
इस बैच के छात्रों के पास औसतन 23 महीने का कार्यानुभव है, जिसमें आईटी, इंजीनियरिंग, BFSI, रिटेल और हेल्थकेयर जैसे विविध क्षेत्र शामिल हैं। यह अकादमिक क्षमता, औद्योगिक अनुभव और भौगोलिक विविधता का सम्मिलित रूप छात्रों को वैश्विक व्यापार जगत की जटिलताओं का नेतृत्व करने के लिए तैयार करता है।
ओरिएंटेशन कार्यक्रम में वोल्वो आयशर कमर्शियल व्हीकल्स लिमिटेड के सीएचआरओ और कार्यकारी उपाध्यक्ष श्री सुदीप देव शिरकत ने की और छात्रों को बदलते कॉर्पोरेट परिदृश्य और मूल्य-आधारित नेतृत्व की आवश्यकता पर अपने विचार साझा किए। कार्यक्रम के दौरान डीन मेरिट लिस्ट अवॉर्ड्स भी प्रदान किए गए, जो आईआईएम रायपुर के डीन (अकादमिक) प्रो. सरोज कुमार पाणि द्वारा छात्र समुदाय के भीतर अकादमिक उत्कृष्टता का जश्न मनाते हुए प्रस्तुत किए गए। प्रो. दीप्तिमान बनर्जी ने धन्यवाद ज्ञापन किया।
इस कार्यक्रम में जागरूकता, तत्परता और कल्याण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से सूचनात्मक और छात्र-केंद्रित सत्रों की एक श्रृंखला भी शामिल थी। यौन उत्पीड़न की रोकथाम (पीओएसएच) पर एक संवेदनशीलता कार्यशाला प्रो. आशापूर्णा बरुआ द्वारा आयोजित की गई, साथ ही पीओएसएच विशेषज्ञ माला थापर और डॉ. सी.के. स्वैन ने छात्रों को संस्थान के पुस्तकालय संसाधनों से भी परिचित कराया।
प्रो. समर सिंह ने कैंपस इन्फ्रास्ट्रक्चर और प्रशासनिक सहायता पर प्रकाश डाला, जबकि श्री अनिल पोनाल ने राष्ट्रीय छात्रवृत्तियों पर सत्र लिया। कार्यक्रम में छात्रों की मानसिक भलाई को भी संबोधित किया गया—मनोवैज्ञानिक और काउंसलर सुश्री रुचिका जैन द्वारा तनाव प्रबंधन और मानसिक स्वास्थ्य पर एक इंटरैक्टिव सत्र आयोजित किया गया।