नई दिल्ली। देश भर में लोग कोरोनावायरस फैलने के डर से भीड़ भाड़ वाली जगहों पर जमा होने से भले ही कतरा रहे हों लेकिन आंध्र प्रदेश के तिरुमला स्थित बालाजी मंदिर का दृश्य बिल्कुल अलग नजर आ रहा है। इस वायरस के फैलने के बाद से हर दिन यहां 60 हजार से अधिक श्रद्घालु दर्शन करने के लिए पहुंच रहे हैं। लेकिन 1 मार्च को मंदिर पहुंचने वाले 83,521 श्रद्घालुओं की तुलना में अब कुछ कमी आई है जिसकी एक प्रमुख वजह तमिलनाडु में बोर्ड की परीक्षाएं हैं।
टीटीडी कोरोनावायरस को रोकने के कर रहा उपाय
तिरुमला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) के मुताबिक 14 मार्च को 78,872 श्रद्घालुओं ने करीब छह घंटे के इंतजार के बाद दर्शन किए जबकि 13 मार्च को छह घंटे के इंतजार के बाद 56,107 श्रद्घालुओं ने दर्शन किए थे। मंदिर का प्रबंध देखने वाला टीटीडी कोरोनावायरस को रोकने के उपाय कर रहा है। इसने विदेश से आने वाले श्रद्घालुओं से भारत आने के बाद 28 दिनों तक
तिरुमला नहीं आने की अपील की है।
लोगों को सार्वजनिक जगहों से दूर रहने की सलाह
दुनिया भर में इस वायरस का प्रसार फरवरी में शुरू हुआ था और लोगों को सार्वजनिक जगहों से दूर रहने की सलाह दी गई है। इसके अलावा, कंपनियां कर्मचारियों को घर से ही काम करने के लिए कह रही हैं। फरवरी के आरंभ में मंदिर आने वाले श्रद्घालुओं की संख्या 59,015 रही थी। दर्शन करने के लिए श्रद्घालुओं को तीन घंटे से लेकर 10 घंटे तक का इंतजार करना होता है।
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