जयपुर। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री गजेन्द्र सिंह खींवसर (Medical and Health Minister Gajendra Singh Khinvsar) के मार्गदर्शन में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग मौसमी बीमारियों पर रोकथाम के लिए प्रभावी कदम उठा रहा है। मौसमी बीमारियों की रोकथाम एवं जन–समुदाय को जागरूक करने के लिए नेशनल वेक्टर बोर्न डिजीज कंट्रोल कार्यक्रम के अंतर्गत राष्ट्रीय डेंगू दिवस (16 मई) के लिए निर्धारित थीम ‘चौक, क्लीन, कवर – स्टेप्स टू डिफीट डेंगू’ पर विभिन्न गतिविधियां आयोजित की जाएंगी। इस संबंध में सभी जिलों को आवश्यक दिशा–निर्देश दिए गए हैं।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की प्रमुख शासन सचिव गायत्री राठौड़ ने बताया कि सभी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों को अपने अधीनस्थ क्षेत्रों में निर्धारित थीम पर विद्यार्थियों, कर्मचारियों एवं जन–समुदाय को जागरुक करने के लिए आईईसी गतिविधियां यथा पोस्टर, नारा लेखन, पेम्पलेट एवं सोशल मीडिया के माध्यम से जागरुक करने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही, जिला स्तरीय टास्क फोर्स की बैठक करने तथा अधिक प्रभावित क्षेत्रों में अभियान के माध्यम से अंतर्विभागीय समन्वय के साथ मच्छररोधी गतिविधियां सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए गए हैं।
डेंगू के केस में लगातार आई कमी–
निदेशक जन–स्वास्थ्य डॉ. रवि प्रकाश शर्मा ने बताया कि प्रदेशभर में मौसमी बीमारियों की रोकथाम व जागरुकता गतिविधियों का प्रभावी क्रियान्वयन किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि वर्ष 2021 के मुकाबले प्रदेश में डेंगू के मामलों में 37 प्रतिशत एवं इसके कारण होने वाली मौतों में 91 प्रतिशत की कमी आई है। उन्होंने बताया कि वर्ष 2021 में डेंगू के 20 हजार 141 2022 में 12 हजार 979, 2023 में 13 हजार 924, 2024 में 12 हजार 514 एवं वर्ष 2025 में अब तक 385 मामले सामने आए हैं। डेंगूं के कारण वर्षवार क्रमशः 62, 10, 14, 5 एवं वर्ष 2025 में 0 मौत दर्ज हुई हैं। केस फेसिलिटी रेट क्रमशः 0.31, 0.08, 0.10, 0.04 एवं 0.00 प्रतिशत रही है।
Corporate Post News