व्यापारी आढ़त वृद्धि के साथ दोहरे मंडी टैक्स से मुक्ति की भी कर रहे मांग
Jaipur. राजस्थान खाद्य पदार्थ व्यापार संघ (Rajasthan Food Products Trade Association) ने चेतावनी दी है कि यदि 1 जुलाई से कृषक कल्याण शुल्क में वृद्धि की जाती है तो 2 से 5 जुलाई तक प्रदेश की सभी 247 अनाज मंडियों में व्यापारी हड़ताल पर चले जाएंगे। इस हड़ताल का प्रदेश की सभी तेल मिल, दाल मिल, आटा मिल के साथ मसाला उद्योग और चीनी व्यापारी भी समर्थन करेगा। वीकेआई रिक्रिएशन क्लब में बाबूलाल गुप्ता की अध्यक्षता में राजस्थान खाद्य पदार्थ व्यापार संघ की बैठक हुई। इसमें जयपुर के साथ राजसमंद, अलवर, बीकानेर, केकड़ी, श्रीमाधोपुर, गंगापुर सिटी, बड़ौदामेव, किशनगढ़, चाकसू, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, कोटा, भरतपुर, सहित प्रदेशभर की मंडियों के प्रतिनिधि शामिल हुए।
बाबूलाल गुप्ता ने बताया कि प्रदेश में मंडियों में व्यापारियों से प्रति सौ रुपये पर 50 पैसे कृषक कल्याण शुल्क वसूला जाता है। इसमें सरकार की ओर से प्रति सैकड़ा 50 पैसे की छूट दी जा रही है। यह छूट की अवधि 30 जून को समाप्त हो जाएगी। इसके बाद एक जुलाई से व्यापारियों को प्रति सौ रुपये पर 1 रुपये शुल्क देना पड़ेगा। इसलिए व्यापारियों ने 2 जुलाई से हड़ताल की घोषणा की है। इसके अलावा दूसरे राज्यों से आने वाले जिंस पर भी मंडी टैक्स वसूला जाता है, जिस पर उस राज्य में भी मंडी शुल्क वसूला जा चुका होता है।
इस तरह से व्यापारी मंडी शुल्क की दोहरी मार से परेशान हैं। मंडी व्यापारियों की ओर से मोटे अनाज पर सवा दो प्रतिशत आढ़त की भी मांग की जा रही है। कृषि विपणन विभाग मुख्यमंत्री के अधीन है, इसलिए मुख्यमंत्री से सभी व्यापारी समस्याओं के समाधान की मांग करते हैं। यदि सरकार ने समय रहते इन मांगों पर विचार नहीं किया तो 5 जुलाई से प्रदेशभर के व्यापारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर भी जा सकते हैं।
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