मुंबई. ब्लैकस्टोन समर्थित ASK एसेट एंड वेल्थ मैनेजमेंट ग्रुप ने अनुपया कुमार की नियुक्ति प्रेसिडेंट – सेल्स एवं डिस्ट्रीब्यूशन के रूप में ASK इन्वेस्टमेंट मैनेजर्स (ASK IM) में की है। यह नियुक्ति ASK के वितरण नेटवर्क को और मजबूत करने तथा ग्राहकों के साथ गहरे संबंध स्थापित करने की दिशा में कंपनी के अगले विकास चरण को रेखांकित करती है।
लगभग तीन दशकों के अनुभव के साथ, अनुपया कुमार ने बिक्री नेतृत्व, ग्राहक संबंध प्रबंधन और बिज़नेस डेवलपमेंट के क्षेत्र में कई अग्रणी वित्तीय संस्थानों में उत्कृष्ट योगदान दिया है। संस्थागत और निजी ग्राहकों के साथ उनके संबंध प्रबंधन की विशेषज्ञता ASK की दीर्घकालिक संपत्ति निर्माण की दृष्टि के अनुरूप है।
ASK इन्वेस्टमेंट मैनेजर्स के CIO एवं CEO (इक्विटी) जॉर्ज हेबर जोसेफ ने कहा – “हम अनुपया का स्वागत करते हुए बेहद प्रसन्न हैं। उनकी नेतृत्व क्षमता और उद्योग में गहरी समझ हमारे क्लाइंट-फर्स्ट दृष्टिकोण को और सशक्त बनाएगी तथा हमारे वितरण नेटवर्क को विस्तार देगी। उनके जुड़ने से ASK की विकास यात्रा और मजबूत होगी।”
अपनी नियुक्ति पर अनुपया कुमार ने कहा – “ASK इन्वेस्टमेंट मैनेजर्स के साथ जुड़ना मेरे लिए सम्मान की बात है। कंपनी का दीर्घकालिक संपत्ति निर्माण दर्शन और ग्राहक-केंद्रित दृष्टिकोण मुझसे गहराई से जुड़ता है। मैं नेतृत्व टीम के साथ मिलकर ASK के वितरण नेटवर्क को और विस्तारित करने और कंपनी के महत्वाकांक्षी विकास एजेंडे में योगदान देने के लिए उत्साहित हूं।”
अनुपया इससे पहले 360 ONE एसेट, इन्वेस्को म्यूचुअल फंड और डीएसपी ब्लैकरॉक इन्वेस्टमेंट मैनेजर्स जैसी प्रतिष्ठित संस्थाओं में वरिष्ठ नेतृत्व पदों पर कार्य कर चुके हैं, जहां उन्होंने बड़े पैमाने पर बिक्री रणनीतियों का सफल नेतृत्व किया और उच्च प्रदर्शन करने वाली डिस्ट्रीब्यूशन टीमों का निर्माण किया।
ASK इन्वेस्टमेंट मैनेजर्स लिमिटेड के बारे में
ASK इन्वेस्टमेंट मैनेजर्स लिमिटेड भारत की पहली कंपनियों में से एक है जिसने पोर्टफोलियो मैनेजमेंट सर्विस (PMS) का लाइसेंस प्राप्त किया। मार्च 2025 तक SEBI के आंकड़ों के अनुसार, यह देश की सबसे बड़ी PMS कंपनियों में से एक है। कंपनी ने कई उद्योग-प्रथम पहलें की हैं — जैसे GIFT सिटी में ओवरसीज निवेशकों के लिए संचालन शुरू करना और भारत का पहला AIF (Alternative Investment Fund) लॉन्च करना, जिसमें डिजिटल क्लाइंट ऑनबोर्डिंग प्रक्रिया पूरी तरह पेपरलेस है।
कंपनी भारत में सूचीबद्ध इक्विटीज में निवेश करती है और भारत एवं विदेशों के ग्राहकों के लिए व्यक्तिगत (segregated) और सामूहिक (commingled) निवेश खाते संचालित करती है।