शनिवार , अप्रेल 27 2024 | 04:34:27 AM
Breaking News
Home / बाजार / ऐप की मदद से युवाओं को मिल रही पैसे की सीख

ऐप की मदद से युवाओं को मिल रही पैसे की सीख

jaipur. जैसे-जैसे शेयर बाजार हैरान करने वाली ऊंचाइयों पर पहुंचा, लर्नऐप पर ग्राहकों की संख्या भी बढ़ती गई। जीरोधा द्वारा वित्त पोषित वित्तीय शिक्षा प्रदान करने वाली इस ऐप ने अपने ग्राहकों की संख्या वर्ष 2020 के 70,000 से करीब तीन गुना बढ़ाकर आज 2,00,000 तक कर ली है।

उद्योग के अग्रणी व्यक्तियों द्वारा शेयर और क्रिप्टो निवेश के संबंध में मुफ्त सबक पर एक नजर डालते हुए 10 लाख अन्य लोग भी इस प्लेटफार्म का दौरा कर चुके हैं और इस साल कंपनी का लक्ष्य 50 लाख लोगों तक पहुंचना है।

इसके संस्थापक और मुख्य कार्याधिकारी प्रतीक सिंह कहते हैं ‘कैलेंडर 2020 के बाद से हम राजस्व में 300 प्रतिशत का इजाफा कर चुके हैं और वर्ष 2021 के लिए अनुमानित कारोबार पिछले साल की तुलना में 350 प्रतिशत होने का पूर्वानुमान है।’

लोगों को नीरस वित्त की अवधारणा के बारे में सिखाने की तलाश पिछले साल निर्णायक मोड़ ले चुकी है। पावरपॉइंट के थकाऊ प्रजेंटेशनों से यह डिजिटल जानकारियों, डॉक्यूमेंटरी वाली शैली के वीडियो और पॉप क्विज में आ चुकी है, जो इसके पाठों को और अधिक आकर्षक बना रहे हैं तथा वित्तीय कौशल सीखने में रुचि पैदा कर रहे हैं।

शहरी महिलाओं के लिए वित्तीय विषय सीखने वाली ऐप बेसिस पर उत्सुक निवेशकों द्वारा बाजार की गतिविधियों और रुझानों को समझाने के संबंध में अपने विचार साझा करने से क्रिप्टो और निवेश वाले समुदाय कभी-कभी आधी रात को सक्रिय हो जाते हैं।

बेसिस की शुरुआत 2019 में हुई थी और इसके प्लेटफॉर्म पर 1,00,000 से अधिक महिलाएं हैं, जिनमें से ज्यादातर प्रौढ़ और युवा वर्ग की हैं। इसकी कुछ सदस्य कॉलेज की ऐसी छात्राएं हैं, जो अपने पैसे को बेहतर तरीके से प्रबंधित करने के बारे में जानना चाहती हैं ताकि 30 साल की उम्र में पहुंचने तक वे अपने वित्त को व्यवस्थित कर सकें। और कुछ ऐसी सदस्य हैं, जो पैसिव आय अर्जित करने के लिए बजट या योजनाओं के बारे में सीखना चाहती हैं। अपने खर्च की समस्या पर भी इसकी मदद ली जा सकती है।

इसकी सह-संस्थापक और मुख्य परिचालन अधिकारी दीपिका जयकिशन कहती हैं ‘इस प्लेटफॉर्म से जुडऩे के बाद हमारी सदस्य अपनी कमाई का औसतन 40 प्रतिशत बचाने में सक्षम रहती हैं।’ ऐसा ज्यादातर उन विशेषज्ञों की मदद से अपने खर्च और निवेश के फैसले को सुव्यवस्थित करते हुए जाता है, जो खुद में महिलाएं हैं। ऐप का एक सदस्यता प्रारूप है-वार्षिक सदस्यता के लिए 9,000 रुपये। हालांकि इसमें अनियमित सदस्यों के लिए भी सीखने के लिए बहुत काफी कुछ है। इनमें ऐसे लेख भी शामिल रहते हैं, जिन्हें सोच-समझकर सरल रखा जाता है।

Check Also

पिछली तिमाही और छमाही के लिए आईडीबीआई बैंक लिमिटेड के वित्तीय परिणाम घोषित

नई दिल्ली : आईडीबीआई बैंक ने वित्त वर्ष 24 की दूसरी तिमाही के लिए अपने …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *