28.7 फीसदी लोगों ने जताई असहमति
सर्वे में शामिल लोगों से सवाल पूछा गया कि क्या आपको आवश्यक वस्तुएं उच्च कीमतों पर मिल रही हैं? इस पर कुल 60.9 फीसदी ने सहमति जताते हुए कहा कि हां उन्हें जरूरी चीजें अधिक कीमतों पर खरीदनी पड़ रही है। वहीं इस प्रश्न पर 28.7 फीसदी लोगों ने असहमति जताई और बाकी ने जवाब नहीं दिया।
जरूरी चीजों की कमी होने की अफवाह
दरअसल लॉकडाउन के समय जरूरी चीजों की कमी होने संबंधी अफवाहों ने ही कीमतों में वृद्धि को बढ़ावा दिया है। देखा जा रहा है कि इसी कारण लोग जमाखोरी कर रहे हैं, जिससे देश में आवश्यक वस्तुओं की कमी होने के साथ ही कालाबाजारी को भी बढ़ावा मिला है। इसके अलावा वस्तुओं की आपूर्ति पर भी असर पड़ा है।
बड़े पैमाने पर की गई जमाखोरी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से 25 मार्च को देशभर में तीन हफ्तों के लिए लॉकडाउन लागू करने के कुछ घंटों बाद ही किराने की वस्तुओं और दवाओं की जमकर खरीदारी की गई। आवश्यक वस्तुओं की बड़े पैमाने पर की गई जमाखोरी की वजह से ही लोगों को अधिकतर जरूरी वस्तुएं महंगी कीमतों पर खरीदनी पड़ रही हैं।
Corporate Post News