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AWS launches AWS Data Lab in India

एडब्लूएस ने भारत में एडब्लूएस डेटा लैब लॉन्च की

भारत में डेटा का उपयोग करने वाले बिज़नेसेज़ को हर साल राजस्व में 13.6 प्रतिशत वृद्धि के साथ 7,451 मिलियन रु. का अवसर भारत में डेटा मैच्योरिटी की कमी को पूरा करने के लिए डेटा की क्वालिटी, बेहतर डेटा सिक्योरिटी क्षमताएं, एवं डिजिटल कौशल जरूरी, एडब्लूएस डेटा लैब ग्राहकों को एडब्लूएस टेक्निकल एवं स्ट्रेट्जिक रिसोर्स प्रदान करता है, ताकि वो अपने डेटा, एनालिटिक्स, एवं मशीन लर्निंग, और एप्लीकेशन मॉडर्नाईज़ेशन प्रोजेक्ट्स में तेजी ला सकें

दिल्ली. आज एमेज़ॉन.कॉम कंपनी (amazon.com), एमेज़ॉन वेब सर्विसेज़, इंक. (एडब्लूएस) ने एक नई रिसर्च रिपोर्ट के परिणाम जारी किए। इस रिपोर्ट में सामने आया कि भारत में जो संगठन डेटा का उपयोग करते हैं, वो अपने वार्षिक राजस्व में 13.6 प्रतिशत की औसत वृद्धि कर सकते हैं। बड़े संगठनों के लिए यह 7,451 मिलियन रु. के अतिरिक्त वार्षिक राजस्व के बराबर है। एडब्लूएस (AWS) द्वारा कमीशन की गई और डेलॉयट एक्सेस इकॉनॉमिक्स द्वारा तैयार की गई डिमिस्टिफाईंग डेटा 2022 की रिपोर्ट में भारतीय संगठनों में 521 सीनियर बिज़नेस डिसीज़न-मेकर्स का सर्वे किया गया।

 डिसीज़न-मेकिंग में एनालिटिक्स को शामिल करना

इस रिपोर्ट में उनकी डेटा मैच्योरिटी – एक संगठन द्वारा निर्मित डेटा का उपयोग करने की उसकी सीमा – को पाँच प्वाईंट के स्केल पर मापा गया और इसे बेसिक एवं बिगनर (सीमित या कोई डेटा स्ट्रेट्जी नहीं, डेटा को ठीक से कैप्चर या एनालाईज़ न करना) से इंटरमीडिएट (विकसित होती डेटा स्ट्रेट्जी, डेटा को एड-हॉक आधार पर एनालाईज़ करना) तथा एडवांस्ड एवं मास्टरी (फर्मवाईड डेटा स्ट्रेट्जी, डिसीज़न-मेकिंग में एनालिटिक्स को शामिल करना) में वर्गीकृत किया।

तेजी से डिजिटल होती दुनिया में

भारत में सर्वे में शामिल आधे से ज्यादा (63 प्रतिशत) संगठनों ने बताया कि डेटा को प्रभावशाली तरीके से कैप्चर और एनालाईज़ करके प्रोडक्टिविटी बढ़ाई जा सकती है। इससे सेल्स एवं राजस्व बढ़ने के बारे में 60 प्रतिशत और बेहतर ग्राहक अनुभव के बारे में 56 प्रतिशत संगठनों ने बताया। यद्यपि इस रिपोर्ट में पाया गया कि तेजी से डिजिटल होती दुनिया में डेटा क्षमताओं के बढ़ते महत्व के बावजूद भारत में 93 प्रतिशत संगठन अभी भी डेटा मैच्योरिटी में बेसिक और बिगनर स्टेज में हैं।

सर्वे में शामिल संगठन डेटा मैच्योरिटी के स्केल पर सबसे ऊपर

रिटेल ट्रेड सेक्टर में सर्वे में शामिल संगठन डेटा मैच्योरिटी के स्केल पर सबसे ऊपर हैं। इनमें से 78 प्रतिशत संगठनों ने एडवांस्ड या मास्टर लेवल प्राप्त किए, जिसके बाद इन्फॉर्मेशन, मीडिया एवं टेलीकम्युनिकेशंस (68 प्रतिशत), और फाईनेंस एवं इंश्योरेंस (67 प्रतिशत) का स्थान आया। इसके विपरीत, शिक्षा एवं प्रशिक्षण में संगठनों की डेटा मैच्योरिटी सबसे कम थी। इस उद्योग में एडवांस्ड या मास्टर लेवल की डेटा मैच्योरिटी सर्वे
में शामिल 30 प्रतिशत से कम संगठनों की थी।

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