मुंबई. ICICI बैंक और NABARD द्वारा समर्थित फिनटेक कंपनी AdvaRisk ने Instant Ownership Check (IOC) प्लेटफॉर्म लॉन्च किया है, जो भारत का पहला एआई-संचालित रियल-टाइम प्रॉपर्टी ओनरशिप और वैल्यूएशन वेरिफिकेशन टूल है। यह खासतौर पर वित्तीय संस्थानों के लिए तैयार किया गया है ताकि वे तेज़, सटीक और सुरक्षित क्रेडिट निर्णय ले सकें।
IOC प्लेटफॉर्म की खासियतें:
- एकल API के ज़रिए पूरे भारत में संपत्ति स्वामित्व की तुरंत पुष्टि।
- नवीनतम ओनरशिप लेनदेन और आस-पास के ट्रांजैक्शन मूल्यों की जानकारी तुरंत उपलब्ध।
- अब तक 14 राज्यों में लाइव: तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, दिल्ली, गुजरात, महाराष्ट्र, बिहार, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, चंडीगढ़, केरल, पश्चिम बंगाल, मध्य प्रदेश, कर्नाटक और तमिलनाडु।
- मैन्युअल सब-रजिस्ट्रार ऑफिस विज़िट की आवश्यकता खत्म।
- पहले से ही 4 वित्तीय संस्थान IOC प्लेटफॉर्म को अपना चुके हैं, जिनमें दो प्रमुख प्राइवेट बैंक और एक अग्रणी हाउसिंग फाइनेंस कंपनी शामिल हैं।
AdvaRisk के सह-संस्थापक और CEO विशाल शर्मा ने कहा, “सुरक्षित ऋण प्रक्रियाओं में संपत्ति का स्वामित्व सत्यापन बेहद अहम होता है। हमारी AI आधारित IOC तकनीक से बैंक और वित्तीय संस्थाएं चंद सेकंड्स में संपत्ति की वैधता सुनिश्चित कर सकती हैं, जिससे धोखाधड़ी, विवाद और नुकसान से बचा जा सके।”
RBI के आंकड़ों के अनुसार, FY25 की पहली छमाही में बैंकों ने ₹21,367 करोड़ की धोखाधड़ी के 18,461 मामलों की सूचना दी। इन मामलों में बड़ी संख्या में संपत्ति से जुड़े फ्रॉड शामिल हो सकते हैं, और RBI ने बैंकों को अपनी मॉनिटरिंग प्रणाली सुदृढ़ करने की सलाह दी है।
AdvaRisk का प्लेटफॉर्म अब तक 550 मिलियन से अधिक प्रॉपर्टी रिकॉर्ड को डिजिटाइज़ कर चुका है और 50 से अधिक वित्तीय संस्थानों के लिए 4.5 करोड़ संपत्तियों की निगरानी करता है।