गाज़ियाबाद. केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए हाउसिंग लोन फ्रॉड मामले में आरोपी हर्ष शर्मा को गिरफ्तार कर लिया है। यह मामला 2 अगस्त 2017 का है और आरोपी पिछले आठ वर्षों से फरार चल रहा था। गिरफ्तारी के बाद हर्ष शर्मा को CBI की विशेष अदालत गाजियाबाद में प्रस्तुत किया गया, जहां से उसे 15 जुलाई 2025 तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
क्या है पूरा मामला?
CBI के अनुसार, हर्ष शर्मा ने Shree Balaji Hitech Construction Pvt. Ltd. नामक बिल्डर कंपनी के साथ मिलकर एक आपराधिक साजिश रची थी। उसने अपनी व्यक्तिगत जानकारी (KYC डॉक्युमेंट्स) बिल्डर को दी, जिसे फर्जी होम लोन आवेदन तैयार करने में इस्तेमाल किया गया।
बिल्डर कंपनी ने एक ऐसा फ्लैट दिखाया जो वास्तव में कभी हर्ष शर्मा के नाम नहीं हुआ, लेकिन दस्तावेज़ों में उसे खरीदार बताया गया। इतना ही नहीं, उसी फ्लैट को कई अन्य फर्जी खरीदारों को भी दिखाया गया, ताकि पंजाब नेशनल बैंक (PNB) से लोन पास कराया जा सके। इस कागज़ी धोखाधड़ी से बिल्डर ने बैंक से बड़ी रकम हड़प ली।
चार्जशीट और वारंट
CBI ने इस मामले में पहले ही 19 मार्च 2024 को गाजियाबाद की विशेष CBI कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दी थी। हर्ष शर्मा के लगातार फरार रहने पर कोर्ट ने गैर-जमानती वारंट (NBW) जारी किया था। कई महीनों की तलाश के बाद आखिरकार 4 जुलाई 2025 की सुबह CBI टीम ने हर्ष शर्मा को गिरफ्तार कर लिया।
आगे की कार्रवाई
CBI के अनुसार, यह मामला अब भी जांचाधीन है और आने वाले दिनों में और नाम तथा तथ्यों का खुलासा हो सकता है। गिरफ्तार आरोपी को न्यायिक हिरासत में भेजा गया है, और 15 जुलाई तक उसे जेल में रखा जाएगा।