जयपुर। पुलिस महानिदेशक राजीव शर्मा ने जैसलमेर पुलिस के कांस्टेबल खीम सिंह की बहादुरी की सराहना करते हुए कहा कि उनकी नि:स्वार्थ सेवा और अदम्य साहस पूरे पुलिस संगठन के लिए प्रेरणा है। उन्होंने कहा कि खीम सिंह ने खतरे की परवाह किए बिना एक युवक की जान बचाई और स्वयं तेजाब से झुलसने के बावजूद हार नहीं मानी। युवक को अस्पताल पहुँचाकर उसका जीवन सुरक्षित करना उनकी कर्तव्यनिष्ठा और मानवीय संवेदना का अनूठा उदाहरण है। डीजीपी ने कहा कि ऐसे जांबाज पुलिसकर्मी ही राजस्थान पुलिस की असली ताकत हैं, जिन पर संगठन और समाज गर्व करता है।
गर्व हुआ, उन्होंने हार नहीं मानी—
राजीव कुमार शर्मा ने कांस्टेबल खीम सिंह के साहस की प्रशंसा करते हुए कहा कि जिला पुलिस जैसलमेर के कांस्टेबल खीम सिंह की नि:स्वार्थ बहादुरी के बारे में जानकर गर्व हुआ। उन्होंने साहस और सूझबूझ का परिचय देते हुए एक युवक की जान बचाई और उस दौरान वे भी तेजाब से झुलस गए। उन्होंने हार नहीं मानी तथा युवक को अस्पताल पहुँचाकर उसका जीवन सुरक्षित किया।
यह घटना राजस्थान पुलिस के उस आदर्श को दर्शाती है, जहाँ हमारे पुलिसकर्मी न केवल कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए बल्कि आमजन की सुरक्षा के लिए भी हर चुनौती का सामना करने को तैयार रहते हैं। महानिदेशक ने खीम सिंह के इस कार्य को राजस्थान पुलिस की सेवा-समर्पण की मिसाल बताया और अन्य पुलिसकर्मियों को भी इसी तरह कर्तव्यपरायणता और समर्पण से काम करने के लिए प्रेरित किया।