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ये कैसा विकास... सांगानेर: डोल के बाढ पर सरकार का मनडोला

जंगल पर कोई समझौता नहीं, जब तक सरकार नहीं सुनती तब तक चुप्पी नहीं!

डोल का बाढ़ जंगल बचाओ आंदोलन : धरने का 14वां दिन

जयपुर के ऐतिहासिक डोल का बाढ़ जंगल को बचाने के लिए चल रहा आंदोलन रविवार को 14वें दिन में पहुंच गया। वहीं क्रमिक अनशन भी 12वें दिन तक जारी रहा। भीषण गर्मी और मौसम की मार के बावजूद धरनास्थल पर लगातार जनसमर्थन का कारवां बढ़ता जा रहा है, जबकि राजस्थान सरकार अभी भी संवाद से दूर बनी हुई है।
अनशन पर रमेश विश्नोई बैठे, वहीं धरने में शामिल लोगों को प्रेरित करने पहुंचे वरिष्ठ गांधीवादी नेता सवाई सिंह जी और प्रसिद्ध पर्यावरण वकील संजीव गुप्ता। लोक गायिका रोशन राणा और ग्रामीण महिलाओं की टीम ने धरनास्थल पर संघर्ष गीत गाकर आंदोलन को ऊर्जा दी।AAP नेता शाहनवाज हिंदुस्तानी और बाल कलाकार हेतविक ने पर्यावरण रक्षा के गीतों से सबको भावुक किया।
बच्चों के लिए पंचतंत्र की कहानियों का आयोजन हुआ, जिसे जंगल के संरक्षण से जोड़ा गया। बाद में उन्हें डोल का बाढ़ की वास्तविक जैवविविधता की सैर भी करवाई गई।
राजनीतिक समर्थन बढ़ता जा रहा है, आंदोलनकारियों ने बीजेपी विधायक रामस्वरूप लांबा (नसीराबाद) को भी अभियान से अवगत कराया और मांग रखी कि वे विधानसभा में इस मुद्दे को उठाएं।
बड़ा ऐलान आज — सोशल मीडिया पर आंदोलन की तरफ से बड़ी घोषणा की जाएगी।

मांग साफ है:

  •  • डोल का बाढ़ में किसी भी तरह की कटाई और निर्माण तत्काल रोका जाए
  •  • पूरे क्षेत्र को जैव विविधता पार्क घोषित किया जाए
  •  • जयपुर की पारिस्थितिकी और सांस्कृतिक विरासत को बचाया जाए

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