निखिल रूंगटा को-सीआईओ इक्विटी, एलआईसी म्यूचुअल फंड एएमसी ने कहा शेयर बाजार में जारी निरंतर तेजी और कमाई में मजबूत वृद्धि से अधिक निवेशक म्यूचुअल फंड की ओर आकर्षित होंगे.
जयपुर: राजस्थान, देश का एक ऐसा राज्य है जहां से बड़ी संख्या में उद्यमी आते हैं. इसके साथ ही यह कई गतिशील कारोबारी समुदायों का भी मूल राज्य है. डिजिटाइजेशन, इंटरनेट के प्रसार और वित्तीय साक्षरता के तेजी से बढ़ने से इस राज्य में म्यूचुअल फंड कारोबार के लिए बहुत अधिक संभावनाएं मौजूद हैं.
एएमएफआई के जुलाई, 2024 तक के डेटा के मुताबिक, राजस्थान का एवरेज एसेट अंडर मैनेजमेंट (एएयूएम) 1.22 लाख करोड़ रुपये का है. जून, 2024 में 0.84 फीसदी की बाजार हिस्सेदारी के साथ एयूएम के लिहाज से राजस्थान को 10वां स्थान मिला था. एसेट मैनेजमेंट कंपनियां (एएमसी) इस क्षेत्र और विशेषकर जयपुर में कारोबार में वृद्धि की संभावनाओं को लेकर काफी अधिक आशान्वित हैं. जयपुर में पिछली कई शताब्दियों से ट्रेड और कॉमर्स का बोलबाला रहा है. इस समय, लोगों का झुकाव म्यूचुअल फंड जैसे बाजार से जुड़े उत्पादों की ओर ज्यादा है.
एलआईसी म्यूचुअल फंड के को-सीआईओ (इक्विटी) निखिल रूंगटा ने कहा, “राजस्थान में व्यापार, वित्त और व्यवसाय की एक शानदार विरासत और संस्कृति रही है. यह म्यूचुअल फंड निवेशकों के लिए तेजी से बढ़ता हुआ बाजार है क्योंकि राज्य से नए म्यूचुअल फंड पंजीयन में काफी बढ़ोत्तरी देखने को मिली है, खासकर इंटरनेट और डिजिटाइजेशन के विस्तार के बाद. ना सिर्फ युवा बल्कि बड़ी संख्या में अधेड़ उम्र के लोग भी डिजिटल माध्यम से म्यूचुअल फंड में निवेश कर रहे हैं. डिजिटलीकरण से बाजार का विस्तार काफी आसान हो गया है.”
रूंगटा ने कहा, एलआईसी म्यूचुअल फंड की जयपुर में एक और राजस्थान में कुल दो शाखाएं हैं. यह हमारे लिए एक महत्वपूर्ण बाजार है और एक समर्पित टीम, नवोन्मेषी उत्पाद (इनोवेटिव प्रोडक्ट) और स्थानीय बाजारों की गहरी समझ के साथ हम काफी अधिक आशावादी हैं और कारोबार की वृद्धि को लेकर हम काफी सकारात्मक दृष्टिकोण रखते हैं.
एएमएफआई के मुताबिक, 31 जुलाई 2024 तक के आंकड़े के मुताबिक राज्य में प्रति व्यक्ति म्यूचुअल फंड पेनेट्रेशन 15,610 रुपये है.