जयपुर। राजस्थान हस्तशिल्प नीति 2022 के क्रियान्वयन के लिए उद्योग एवं वाणिज्य विभाग द्वारा हस्तशिल्प एवं हथकरघा निदेशालय के गठन की अधिसूचना जारी की गई है। निदेशालय का मुख्यालय जोधपुर रहेगा। उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री शकुन्तला रावत ने कहा कि निदेशालय के गठन से राज्य में विलुप्त होती परम्परागत हस्तकलाओं को पुनर्जीवित करना आसान होगा एवं हस्तशिल्प के क्षेत्र में रोजगार के नए अवसर उपलब्ध हो सकेंगे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत की मंशा के अनुरूप प्रदेश के हस्तशिल्पियों एवं हथकरघा बुनकरों के आर्थिक उत्थान एवं विकास हेतु सुनियोजित रूप से कार्य किया जाएगा। उन्होंने कहा कि उत्पादों के लिए बेहतर मार्केटिंग की व्यवस्था के साथ ही निर्यात योग्य बनाने के लिए भी हस्तशिल्पियों एवं बुनकरों की मदद की जाएगी। उन्होंने कहा कि निदेशालय के सुचारू संचालन से उत्पादों की अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनेगी साथ ही इन उत्पादों के निर्यात में राज्य की भागीदारी में भी इजाफा होगा। उन्होंने बताया कि हस्तशिल्पियों एवं हथकरघा बुनकरों के उत्थान हेतु कार्य योजना के अनुरूप महत्वपूर्ण आयोजन, निर्णय एवं कार्य किए जाएंगे।
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