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ऑनलाइन ट्यूषन कराने वाली बायजूज कंपनी ने जयपुर के विजय को फंसाया लोन के जाल में… जाली पते पर कोर्स भेजा और शुरू करवा दी इएमआई

 बिना हस्ताक्षर के फुलर्टन ने कैसे किया फाइनेंस

बायजू कम्पनी के कर्मचारी कोर्स समझाने के बहाने घर गए और और फर्जी तरीके से शुरू करवा दिया लोन, पीड़ित के मोबाइल पर इएमआई का संदेष मिला तो मालूम चला हुई धोखाधाड़ी

 

जयपुर. ऑनलाइन ट्यूषन देने का दावा करने वाली बायजू एप कंपनी ने एक व्यक्ति के नाम फर्जी तरीके से लोन खाता खोल डाला। चांदपोल निवासी विजय कुमार ने बताया कि उनकी बेटी ने बायजू एप डाउनलोड की थी जिसके बाद से ही कम्पनी से बायजू से फोन आने शुरू हो गए। कोर्स समझाने के लिए अप्रेल माह में उनके घर कम्पनी से तीन-चार लोग गाड़ी लेकर घर आए जिन्होंने बायजू एप क बारे में जानकारी देने से पूर्व ही विजय के आईडी प्रूफ और बैंक डिटेल्स मांगी। बायजू कम्पनी से आए प्रतीक जैन ने उन्हें बताया कि कोर्स नहीं भी लेना है तो एक बार कोर्स को समझ लो उसके बाद तय कर लेना कि क्या करना है। मोटी ट्यूषन फीस सुनकर विजय ने बायजू से किसी भी तरह का कोर्स लेने से साफ मना कर दिया परंतु कम्पनी कई दिनों तक लगातार फोन करके कोर्स लेने के लिए दबाव बनाती रही। विजय ने बताया कि उन्होंने कम्पनी के नम्बर ब्लेक लिस्ट मंे डाल दिए क्योंकि दिन-रात फोन आते थे। जुलाई माह में अचानक फुलर्टन इंडिया फाइनेंस कंपनी से इएमआई ड्यू का मैसेज आया तो विजय के होष उड़ गए। उन्होंने बायजु से आए प्रतीक जैन को तूरन्त फोन लगाया परन्तु उन्होंने फोन नहीं उठाया। परेषान होकर वे वर्ल्ड ट्रेड पार्क स्थित बायजू कम्पनी के ऑफिस गए जहां उन्हें मालूम चला कि उनका फोन नम्बर और बैंक खाते का नम्बर से बायजू का ऑनलाइन ट्यूषन का कोर्स लिया जा चुका है। कोर्स मैटीरियल और टेबलेट चुरू में किसी अमित नाम के व्यक्ति को डिलीवर किया गया है।

कम्पनी बोली कोर्स कही ओर डिलीवर हुआ– बायजू कम्पनी जयपुर में कार्यरत मैनेजर शुभम द्विवेदी ने कहा कि इनका कार्स चुरू में इसलिए डिलीवर हुआ क्योंकि इन्होंने फोन नहीं उठाया। कॉरपोरेट पोस्ट के पूछने पर कि क्या बायजू कम्पनी ऐसे फर्जीवाड़ा करके जबरदस्ती ट्यूषन दे रही है तो उनके पास इस सवाल का कोई जवाब नहीं था।

फुलर्टन ने कैसे शुरू की इएमआई- किसी भी फाइनेंस कम्पनी से लोन लेने के लिए आरबीआई गाइडलाइंस के अनुसार सिग्नेचर, लोन पेपर एग्रीमेंट जरूरी होते है परंतु इस मामले में विजय से किसी भी तरह के कोई हस्ताक्षर नहीं करवाए थे तो इएमआई कैसे शुरू हुई ये जांच का विषय है।

बायजू के खिलाफ केस– विजय ने बताया कि वे बायजू के खिलाफ धोखाधाड़ी और फर्जीवाड़ा का केस कर रहे है जिससे वे आगे किसी ओर मासूम के साथ ऐसी धोखाधाड़ी नहीं करे।

प्रतीक जैन बोले मैंने नौकरी छोड़ दी- बायजू कम्पनी के प्रतिनिधि बनकर विजय के घर जाने वाले प्रतीक जैन ने कॉरपोरेट पोस्ट को बताया कि उन्होंने बायजू से जॉब छोड़ दी और विजय के घर कोर्स इसलिए डिलीवर नहीं करवाया क्योंकि विजय ने फोन नहीं उठाया था।

ऑनलाइन भी है ऐसे मामले- बायजू ट्यूषन एप के खिलाफ ऑनलाइन कन्ज्यूमर वेबसाइट पर कई लोगों ने ऐसे ही मामले दर्ज करा रखे है।

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