एफसीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि चालू वित्त वर्ष 2019-20 की तीसरी तिमाही में पहली अक्टूबर 2019 से गेहूं का बिक्री भाव 2,190 रुपये प्रति क्विंटल हो जायेगा, जबकि दूसरी तिमाही में 2,135 रुपये प्रति क्विंटल के भाव गेहूं की बिक्री हुई है। उन्होंने बताया कि चालू सीजन में सितंबर की तीसरी निविदा तक ओएमएसएस के तहत 5.13 लाख टन गेहूं की खरीद रोलर फ्लोर मिलों ने की है जबकि निगम ने 22.92 लाख टन गेहूं बेचने के लिए निविदा मांगी थी।
केंद्रीय पूल में खाद्यान्न का रिकार्ड स्टॉक
उन्होंने बताया कि ओएमएसएस के तहत पंजाब, हरियाणाा और मध्य प्रदेशा से गेहूं की बिक्री की जा रही है। केंद्रीय पूल में अगस्त के शुरू में खाद्यान्न का 711.18 लाख टन का रिकार्ड स्टॉक है इसमें 435.88 लाख टन गेहूं और 275.30 लाख टन चावल है। वर्ष 2018 में अगस्त में खाद्यान्न का केंद्रीय पूल में स्टॉक 627.13 लाख टन का था। केंद्रीय पूल में खाद्यान्न का स्टॉक तय मानकों के अनुसार बफर स्टॉक पहली अक्टूबर 257.70 लाख टन (82.50 लाख चावल और 175.20 लाख टन गेहूं) होना चाहिए, इसमें 50 लाख टन रिजर्व स्टॉक को भी मिला दे तो कुल खाद्यान्न का स्टॉक 307.70 लाख टन ही होना चाहिए।
गेहूं का रिकार्ड उत्पादन अनुमान
रबी विपणन सीजन 2019-20 में न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) 1,840 रुपये प्रति क्विंटल की दर पर गेहूं की खरीद 341.32 लाख टन गेहूं की खरीद की है। कृषि मंत्रालय के चौथे अनुमान के अनुसार फसल सीजन 2018-19 में गेहूं की रिकार्ड 10.21 करोड़ टन होने का अनुमान है जोकि इसके पिछले साल के 9.98 करोड़ से ज्यादा था।