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भारत की लीडिंग अफोर्डेबल हाउसिंग फाइनेंस कंपनी बनी आईआईएफएल होम फाइनेंस

एयूएम 35,000 करोड़ रुपये के पार पहुंचा और पीएटी में सालाना आधार पर 32% की बढ़ोतरी, 27,400 करोड़ से अधिक के कुल एयूएम में होम लोन का योगदान 77.29%, 17 राज्यों में करीब 400 शाखाएं

mumbai: आईआईएफएल होम फाइनेंस लिमिटेड (आईआईएफएल एचएफएल) का एसेट अंडर मैनेजमेंट (एयूएम) वित्त वर्ष 2023 में 28,512 करोड़ रुपये था जो वित्त वर्ष 2024 में बढ़कर 35,499 करोड़ रुपये हो गया। ये सालाना आधार पर 25% की ग्रोथ है। इससे ये 14.26 लाख रुपये के औसत टिकट आकार के साथ भारत की सबसे बड़ी अफोर्डेबल हाउसिंग कंपनी बन गई है।

6 मई, 2024 की एक्सचेंज रिपोर्टिंग के अनुसार, अबू धाबी इन्वेस्टमेंट्स अथॉरिटी (एडीआईए) की 20% से अधिक शेयरहोल्डिंग वाली कंपनी के ऑपरेशन से रेवेन्यू वित्त वर्ष 23 में 2,712 करोड़ रुपये था जो वित्त वर्ष 24 में बढ़कर 3,317 करोड़ रुपये हो गया। ये सालाना आधार पर 23% की ग्रोथ है।

 

प्रॉफिट आफ्टर टैक्स में सालाना आधार पर 32% की बढ़ोतरी देखने को मिली है। वित्त वर्ष 23 में प्रॉफिट आफ्टर टैक्स 768 करोड़ रुपये था जो वित्त वर्ष 24 में बढ़कर 1017 करोड़ रुपये हो गया।

एनआईएम में 80 बीपीएस का सुधार देखा गया है। 42.7% के पूंजी पर्याप्तता अनुपात के साथ वित्त वर्ष 2024 में ये मजबूत होकर 7.3% हो गया। 2023 में यह 6.5% था।

ग्रॉस एनपीए में भी 60 बीपीएस से अधिक का सुधार देखा गया है। वित्त वर्ष 2023 में ये 2.1% था जो वित्त वर्ष 2024 में 1.5% हो गया। देश की सभी अफोर्डेबल हाउसिंग कंपनियों के बीच कंपनी का लागत-आय अनुपात सबसे कम है।

आईआईएफएल होम फाइनेंस के ईडी और सीईओ मोनू रात्रा ने कहा, “ आईआईएफएल होम फाइनेंस पहली बार घर खरीदने वालों और महिला उधारकर्ताओं/सह-उधारकर्ताओं पर ध्यान देने के साथ, विशेष रूप से ईडब्ल्यूएस और एलआईजी सेगमेंट के लिए किफायती होम लोन प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। ऑपरेशनल एक्सीलेंस और टेक्नोलॉजी आधारित समाधानों पर हमारे फोकस के कारण न केवल एयूएम में ग्रोथ हुई है, एनआईएम में बढ़ोतरी हुई है, क्रेडिट कॉस्ट में कमी आई है जिसके परिणामस्वरूप बेहतर प्रॉफिटेबिलिटी आई है, बल्कि अधिक ग्राहक भी आए हैं जो इसमें विश्वास करते हैं। एक्टिव कस्टमर बेस 202885 से बढ़कर 281514 हो गया है।

एडीआईए और डीएफआई जैसे डीएफसी, आईएफसी और एडीबी जैसे इन्वेस्टर्स का सपोर्ट पाना सौभाग्य की बात है, जिन्होंने हम पर भरोसा दिखाया है। केवल एक दशक में, हम 2,000 करोड़ रुपये से कम एयूएम से बढ़कर आज 35,499 करोड़ रुपये एयूएम हो गए हैं! यह वंचित वर्गों पर ध्यान देने के हमारे कमिटमेंट को दर्शाता है। हमारा वित्तीय प्रदर्शन इंडस्ट्री में सर्वश्रेष्ठ में से एक है, और अगले 3 साल में हमारे एयूएम में सालाना आधार पर 20% की औसत वृद्धि देखी जाएगी।

आईआईएफएल होम फाइनेंस के जोनल सेल्स हेड – नॉर्थ, प्रवीण खुल्लर ने कहा, “आने वाले वर्षों में, हम अपनी डिजिटल क्षमताओं के उपयोग के साथ अपनी पहुंच का विस्तार करने की योजना बना रहे हैं। इसके साथ ही हम जिन 17 राज्यों में मौजूद है वहां अधिक अंदर तक जाने पर फोकस करेंगे। गुजरात, राजस्थान जैसे राज्य हाउसिंग और उसके बाद लोन की डिमांड की भारी संभावना को प्रदर्शित करते हैं। हम टेक्नोलॉजी इंटरवेंशन्स पर भी काम कर रहे हैं जो हमें टियर 3 और 4 बाजारों के ग्राहकों के लिए कस्टमाइज्ड एप्लीकेशन बनाने में मदद करेगा। इससे ग्राहक अनुभव बेहतर होगा और लोन अप्रूवल में कम समय लगेगा। वित्त वर्ष 24-25 में, हमारा लक्ष्य अपने दिल्ली एनसीआर रीजन, राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में 100 मजबूत ब्रांच नेटवर्क के माध्यम से 38,000 से अधिक नए ग्राहकों को सेवा प्रदान करना है, जिनमें से ज्यादातर फर्स्ट टाइम होम बायर्स हैं।”

आईआईएफएल होम फाइनेंस लिमिटेड, ने कम आय और आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के लिए अफोर्डेबल और ग्रीन हाउसिंग को सपोर्ट करने के लिए वित्त वर्ष 23-24 में यू.एस. इंटरनेशनल डेवलपमेंट फाइनेंस कॉरपोरेशन (डीएफसी), इंटरनेशनल फाइनेंस कॉरपोरेशन (आईएफसी) जैसे डीएफआई से भी 450 मिलियन डॉलर से अधिक की फंडिंग हासिल की है। यह न केवल आईआईएफएल एचएफएल को एक लीडिंग अफोर्डेबल हाउसिंग कंपनी के रूप में मजबूत करता है, बल्कि सभी के लिए आवास के सरकार के दृष्टिकोण के अनुरूप है। ये वित्तीय समावेशन, पर्यावरण और सामाजिक जिम्मेदारी को बढ़ावा देता है, और भारत में अफोर्डेबल हाउस गैप को संबोधित करने में सहायक होगा।

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